विदेश में हमेशा रहने का योग भाग-१३
अगर नौवें भाव का मालिक बाहरवें भाव में बैठा हो या कोई भी कनेक्शन हो तो भी उसकी महादशा-अंतरदशा में विदेश में जाने का या हमेशा रहने का योग बनता है और धार्मिक विदेश यात्रा का भी योग बनता है।
उदाहरण कुंडली-१
बिलकुल इसके उल्ट बाहरवें भाव का मालिक नौवें भाव में बैठा हो या कोई भी कनेक्शन हो तो भी उसकी महादशा-अंतरदशा में विदेश में जाने का या हमेशा रहने का योग बनता है। और धार्मिक विदेश यात्रा का
भी योग बनता है।
उदाहरण कुंडली-२