*कर्म और बीमारियां* हम अक्सर लोगों को यह कहते हुए सुनते हैं, कि मैंने कभी कोई बुरा काम नहीं किया, फिर भी मैं बीमारियों से परेशान हूँ। ऐसा मेरे साथ क्यों हो रहा हैं ?
राहु मंगल से अंगारक योग होता है तो अंगारक भंग योग भी बनता है बहुत कम जानकारों को इसका ज्ञान होता है!उदाहरण के तौर पर यहां पर सिंह लग्न वालों के लिए कहां-कहां राहु मंगल की युति स्तिथ हो तो
राहु मंगल से अंगारक योग होता है तो अंगारक भंग योग भी बनता है बहुत कम जानकारों को इसका ज्ञान होता है!उदाहरण के तौर पर कर्क लग्न वालों के लिए कहां-कहां राहु मंगल की युति स्तिथ हो तो अंगारक भंग
पुखराज रत्न
कन्या लग्न की कुंडली मे 1,2,4,7,9,10,11 भावों अगर गुरु देव बैठे हो तो पुखराज रत्न धारण किया जा सकता है !
धारण करने की विधि-
धातु-सोना,पीतल, पक्ष-शुक्ल
ऊँगली-तर्जनी,दिन-गुरुवार
समय-सूर्य उदय के एक घंटे के अंदर!
ध्यान दें-कन्या लग्न
बुध ग्रह 25 जनवरी 2021 को कुंभ राशि मे गोचर करेंगे शाम 4 बजकर 19 मिनट पर जो की 1 अप्रैल 2021 तक रहेंगे!
बुध ग्रह के कारकेत्व
बुध ग्रह को बुद्धि,पढ़ाई,वाणी,व्यापार, गला, फेफड़े,अकाउंटेंट,स्किन,ज्योतिष,भाषण का कारक माना जाता है!
बुध
उपयुक्त रत्न पुखराज
सिंह लग्न की कुंडली मे 1,2,4,5,7,9,10,11 भावों अगर गुरु देव बैठे हो तो पुखराज रत्न धारण किया जा सकता है !
धारण करने की विधि-
धातु-सोना,पीतल, पक्ष-शुक्ल
ऊँगली-तर्जनी,दिन-गुरुवार
समय-सूर्य उदय के एक घंटे के अंदर!
ध्यान दें-सिंह
केतुदेव फलादेश 1 से 6 भाव मिथुन लग्न …
1.पहला भाव फल-बुरा,राशि-नीच,भाव अच्छा
2.दूसरा भाव फल-बुरा,राशि-शत्रु,भाव-अच्छा
3.तीसरा भाव फल-बुरा,राशि-शत्रु,भाव-बुरा
4.चौथा भाव फल-अच्छा,राशि-मित्र, भाव-अच्छा
5.पांचवां भाव फल-अच्छा,राशि-मित्र,भाव-अच्छा
6.छठा भाव फल-बुरा,राशि-उच्च,भाव-बुरा लग्न कुंडली यानि जन्मकुंडली मे राहु और केतु देवता की