विदेश में हमेशा रहने का योग-1Permanent Foreign Settlement yoga-1

अगर चौथे भाव का स्वामी बाहरवें भाव में हो और बाहरवें भाव का स्वामी चौथे भाव में हो तो भी हमेशा के लिए विदेश में रहने का योग बनता है।
जैसे की इस लग्न कुंडली में बाहरवें घर का मालिक गुरु चौथे भाव में बैठे है और चौथे भाव का मालिक चंद्र बाहरवें भाव में बैठे है तो हमेशा के लिए विदेश में रहने का योग बनता है । ग्रह की डिग्री और बलाबल जरूर चेक कर लें ।
उदाहरण कुंडली