बिसनेस करने वालों को ज्यादातर बिसनेस-दुकान ना चलने की यह समस्या आती रहती है उनका
एक ही टारगेट होता है के उनका बिसनेस चलता रहें लेकिन फिर भी इतने पूजा-पाठ,उपाय और
टोटके करने
बिसनेस करने वालों को ज्यादातर बिसनेस-दुकान ना चलने की यह समस्या आती रहती है उनका एक ही टारगेट होता है के
उनका बिसनेस चलता रहें लेकिन फिर भी इतने पूजा-पाठ,उपाय और टोटके करने के बावजूद
पूर्णिमा 11 अगस्त 2022 को लुधियाना पंजाब मे 10:40 सुबह से शुरू होकर 12-8-2022 को 7:04 सुबह तक है | और भद्रा
11-8-2022 को रात्रि 20:53 तक है |इसके अतिरिक्त 11 अगस्त,गुरुवार को चन्द्रमा मकर
बिसनेस करने वालों को ज्यादातर बिसनेस-दुकान ना चलने की यह समस्या आती रहती है उनका एक ही टारगेट होता है के
उनका बिसनेस चलता रहें लेकिन फिर भी इतने पूजा-पाठ,उपाय और टोटके करने के बावजूद
व्यपार करने वालों को अक़्सर व्यपार ना चलने की यह समस्या आखिर आती
रहती है उनका एक लक्ष्य होता है के उनका व्यापार चलता रहें इतना उपाय
टोटके करने के बावजूद
व्यपार करने वालों को अक़्सर व्यपार ना चलने की यह समस्या आखिर आती रहती है उनका एक लक्ष्य होता है के उनका
व्यापार चलता रहें इतना उपाय टोटके करने के बावजूद भी आखिर उनका
व्यपार करने वालों को अक़्सर व्यपार ना चलने की यह समस्या आखिर आती रहती है उनका एक लक्ष्य होता है के उनका व्यापार चलता रहें इतना उपाय टोटके करने के बावजूद भी आखिर उनका व्यापार मंदा ही रहता है
इस महीने कई ग्रह राशि बदल चुके है जबकि अब शनि देव भी अपनी राशि बदल रहें है ढाई साल बाद 29 अप्रैल को आ रहें है कुम्भ राशि मे जो की 5 जून 2022 को वक्री होकर पुन:12 जुलाई
नवमांश कुंडली द्वारा फल विचारते समय जातक को जन्मकुंडली के ग्रहों को भी अवश्य ध्यान रखना चाहिए |अगर किसी जातक की लग्न कुंडली मे कोई ग्रह अच्छा हो और वही ग्रह नवमांश मे नीच का हो जाये तो या बुरे
जैन धर्म- आज के दिन महावीर स्वामी जी ने निर्वाण प्राप्त किया था, उतर पुराण के अनुसार 72वें वर्ष मे कुछ महीने तक ही जीवित रहे |जय महावीराय नमः
शिक्षा-महावीर स्वामी जी हम सबको अहिंसा का पालन करने का संदेश
दीपावली पूजन और समय
दीपावली पूजन कब और कैसे करें ?कार्तिक कृष्ण अमावस्या को दीपावली का महापर्व मनाया जाता है। इस वर्ष वृषपतिवार 4 नवंबर 2021 दीपावली पर्व मनाया जायेग। हिन्दुओं पर्व यह महत्वपूर्ण पर्वों में
लग्नेश मंगल अगर लग्न भाव,दूसरे,तीसरे,पंचम,सप्तम,नवम,दशम,एकादश भाव में हो और बुध देव छठे या आठवें भाव में हो और पंचमेश नवम भाव में हो तो जातक मेहनत करके पुलिस अफसर,आर्मी या कोई भी सरकारी नौकरी में अच्छा पद प्राप्त कर
राहु चंद्र ग्रहण भंग योग सभी लग्न
राहु चंद्र से ग्रहण योग होता है तो ग्रहण भंग योग भी बनता है बहुत कम जानकारों को इसका ज्ञान होता है। उदाहरण के तौर पर मैंने सभी लग्न वालों के लिए कहां-कहां
गुरुचंडाल भंग योग तुला से मीन लग्न
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उदाहरण के तौर पर यहां पर तुला से मीन लग्न वालों के लिए कहां-कहां राहु +गुरु की युति स्तिथ हो तो गुरु चंडाल भंग
उदाहरण के तौर पर यहां पर मेष से कन्या लग्न वालों के लिए कहां-कहां राहु +गुरु की युति स्तिथ हो तो गुरु चंडाल भंग योग माना जाता है, बताया गया है।
हम अक्सर लोगों को यह कहते हुए सुनते हैं, कि मैंने कभी कोई बुरा काम नहीं किया, फिर भी मैं बीमारियों से परेशान हूँ।ऐसा मेरे साथ क्यों हो रहा हैं ?
क्या भगवान बहुत कठोर और निर्दयी
राहु और मंगल की युति से अगर अंगारक योग होता है तो अंगारक भंग योग भी बनता है बहुत कम जानकारों को इसका ज्ञान होता है।उदाहरण के तौर पर यहां पर मीन लग्न वालों के लिए कहां-कहां राहु +मंगल की
क्या आप जानते है धनु लग्न में भी अंगारक भंग योग होता है ।
राहु और मंगल की युति से अगर अंगारक योग होता है तो अंगारक भंग योग भी बनता है बहुत कम जानकारों को इसका