राहु-केतु देव हमेशा बुरा फल नहीं देते क्यों की….
राहु-केतु देव हमेशा बुरा फल नहीं देते क्यों की….
अक्सर हमें राहु-केतु ग्रह से डराया जाता है लेकिन ऐसा नहीं है !
लग्न कुंडली यानि जन्मकुंडली मे राहु और केतु देवता की कोई भी स्वराशि नहीं होती,राहु और केतु देवता मित्र राशि या उच्च हों और अच्छे भाव मे बैठे हो तो अच्छा फल देंगे अन्यथा बुरा फल देंगे !
रत्न-राहु केतु देवता का रत्न धारण करने से परहेज़ करना चाहिए !कारण यह दोनों राक्षस ग्रह है जिन्होंने जबरदस्ती-धोखे से अमृत पिया था इसलिए हमें उनका रत्न धारण करने से परहेज ही करना चाहिए !
ध्यान दें-जिस भाव मे राहु देव बैठे हो उस घर के स्वामी की स्तिथि अगर सही ना हो तो अच्छे फल मे कमी आ सकती है !