19 Marविदेश में हमेशा रहने का योग भाग-२ By Ashwani Jain In विदेश में हमेशा रहने का योग भाग-२, विदेश में हमेशा रहने का योग-Permanent Foreign Settlement yoga 0 comment अगर लग्न कुंडली में चौथे भाव में पापी ग्रह शनि,राहु,केतु,बैठे हो या क्रूर ग्रह सूर्य,मंगल कोई भी बैठा हो तो भी विदेश में रहने का योग बनता है । क्यों की क्रूर ग्रह इंसान को अलगवादी बना देता है। Read MoreShare: