शुभ प्रभात,जय माता दी
आज का दिन शुभ संवत -2077
तारीख 25-10-2020,
दिन-रविवार,चंद्र राशि-मकर 15:30तक
तिथि-नवमी7:41 तक,पक्ष-शुक्ल
नक्षत्र-आश्विन
राहु काल-16:20 से 17:43
अभिजीत-11:48से 12:33
ॐ आदित्य नमः
आप का दिन शुभ हो !
शुभ प्रभात
जय माता दी
आज का दिन शुभ संवत -2077
तारीख 24-10-2020,
दिन-शनिवार,चंद्र राशि-मकर
तिथि-अष्ट्मी 6:58,पक्ष-शुक्ल
नक्षत्र-श्रवण
राहु काल-9:24 से 10:47
अभिजीत-11:48से 12:33
ॐ शनये नमः
आप का दिन शुभ हो !
जय माता दी
आज का दिन शुभ संवत -2077
तारीख 23-10-2020,
दिन-शुक्रवार,चंद्र राशि-मकर
तिथि-सप्तमी,पक्ष-शुक्ल
नक्षत्र-उत्तराषाढ़ा
राहु काल-10:47 से 12:11
अभिजीत-11:48से 12:33
ॐ शुक्राये नमः
आप का दिन शुभ हो !
कंजक पूजन कब है?
कंजक पूजन 24 अक्टूबर को होगा ।अष्ट्मी शनिवार सुबह 7:30 बजे तक है !
शुभ कार्य सदा आगे की तरफ बढ़ती तिथि में करना चाहिए यानी अष्टमी+नवमी न कि पीछे की तरफ अष्टमी+सप्तमी…..
माँ कात्यानी देवी
शुभ प्रभात
जय माता दी
आज का दिन शुभ संवत -2077
तारीख 22-10-2020,
दिन-गुरुवार,चंद्र राशि-धनु
तिथि-पंचमी,पक्ष-शुक्ल
नक्षत्र-पूर्वाषाढ़ा
राहु काल-13:35 से 14:30
अभिजीत-11:48 से 12:33
ॐ गुरुवे नमः
आप का दिन शुभ हो !
जय स्कन्दमाता
शुभ प्रभात
जय माता दी
आज का दिन शुभ संवत -2077
तारीख 21-10-2020,दिन-बुधवार
तिथि-पंचमी,पक्ष-शुक्ल
नक्षत्र-मूल
राहु काल-12:15 से 13:35
ॐ बुधाय नमः
आप का दिन शुभ हो !
जय माता दी
आज का दिन शुभ संवत -2077
तारीख 19-10-2020,दिन-सोमवार
तिथि-तृतीया शुक्ल पक्ष,नक्षत्र-अनुराधा
राहु काल-7:58 से 9:22,अभिजीत-11:49 से 12:35
ॐ चंद्रमसे नमः आप का दिन शुभ हो !
शनि-राहु-मंगल और वास्तु
अगर आपकी लग्न कुंडली मे शनि-राहु-मंगल
देव ग्रह सही ना हो या नीच हो उनका प्रभाव
बुरा हो तो वास्तु के मुताबिक कुछ चीज़ों को
ध्यान मे रख कर उनके बुरे प्रभाव मे
कमी आ सकती है
राहुदेव फलादेश वृश्चिक लग्न 7 से 12 भाव
लग्न कुंडली यानि जन्मकुंडली मे राहु और केतु देवता की कोई भी स्वराशि नहीं होती,राहु और केतु देवता मित्र राशि या उच्च हों और अच्छे भाव मे बैठे हो तो अच्छा फल
कार्तिक मास,उपाय,और फलादेश
कार्तिक मास 18-10-2020 से 21-11-2020 तक !
जन्मकुंडली मे ज़ब सूर्य देव तुला राशि या नीच के हो तो उस जातक को कार्तिक की पूजा या सूर्य देव के दान अवश्य करने चाहिए,ज़बकी लग्न कुंडली मे सूर्य
अक्सर हमें राहु देवता से डराया जाता है लेकिन ऐसा नहीं है !
1.पहला भाव फल-बुरा, राशि -नीच,भाव अच्छा
2.दूसरा भाव फल-बुरा,राशि-नीच,भाव-अच्छा
3.तीसरा भाव फल-बुरा,राशि-मित्र,भाव-बुरा
4.चौथा भाव फल-अच्छा,राशि-मित्र,भाव-अच्छा
5.पांचवां भाव फल-बुरा,राशि-शत्रु,भाव-अच्छा
6.छठा भाव फल-बुरा,राशि-शत्रु,भाव-बुरा
लग्न कुंडली यानि जन्मकुंडली मे राहु
राहु केतु देव और वास्तु
अगर आपकी लग्न कुंडली मे शनि-राहु-मंगल
देव ग्रह सही ना हो या नीच हो उनका प्रभाव
बुरा हो तो वास्तु के मुताबिक कुछ चीज़ों को
ध्यान मे रख कर उनके बुरे प्रभाव मे
कमी आ
केतुदेव फलादेश 7 से 12 भाव तुला लग्न…
7.सातवां भाव फल-बुरा,राशि-शत्रु,भाव -अच्छा
8.आठवां भाव फल-बुरा,राशि-नीच,भाव-बुरा
9.नवम भाव फल-बुरा,राशि-नीच,भाव-अच्छा
10.दशम भाव फल-बुरा,राशि-शत्रु,भाव-अच्छा
11.ग्यारहवां भाव फल-बुरा,राशि-शत्रु,भाव-अच्छा
12.बारहवां भाव फल-बुरा,राशि-मित्र,भाव-बुरा
लग्न कुंडली यानि जन्मकुंडली मे राहु और केतु देवता की कोई भी स्वराशि
केतुदेव फलादेश 1 से 6 भाव तुला लग्न…
लग्न कुंडली यानि जन्मकुंडली मे राहु और केतु देवता की कोई भी स्वराशि नहीं होती,राहु और केतु देवता मित्र राशि या उच्च हों और अच्छे भाव मे बैठे हो तो अच्छा फल
वास्तु टिप्स
VASTU TIPS
जन्मकुंडली के आधार पर वास्तु टिप्स
अगर आपकी लग्न कुंडली यानि जन्म कुंडली मे सूर्य,मंगल नीच के,मारक,या राहु देव से दूषित और बुरे फल दें रहें हो तो आप आपने घर या कमरे मे ईशान कोण
राहुदेव फलादेश 7 से 12 भाव तुला लग्न
7.सातवां भावफल-बुरा,राशि-शत्रु,भाव -अच्छा
8.आठवां भाव फल-बुरा,राशि-उच्च,भाव-बुरा
9.नवम भाव फल-अच्छा,राशि-उच्च,भाव-अच्छा
10.दशम भाव फल-बुरा,राशि-शत्रु,भाव-अच्छा
11.ग्यारहवां भाव फल-बुरा,राशि-शत्रु,भाव-अच्छा
12.बारहवां भाव फल-बुरा,राशि-मित्र,भाव-बुरा
लग्न कुंडली यानि जन्मकुंडली मे राहु और केतु देवता की कोई भी स्वराशि नहीं
राहुदेव फलादेश 1 से 6 भाव तुला लग्न
लग्न कुंडली यानि जन्मकुंडली मे राहु और केतु देवता की कोई भी स्वराशि नहीं होती,राहु और केतु देवता मित्र राशि या उच्च हों और अच्छे भाव मे बैठे हो तो अच्छा फल