धनु लग्न में बाहरवें भाव में मंगलीक भंग योग
धनु लग्न में बाहरवें भाव में मंगलीक भंग योग –
धनु लग्न में मंगल देवता अगर बाहरवें भाव में हो तो जातक मंगलीक नहीं होता क्यों की यहां पर मंगल ग्रह स्वराशि के हो जाने से मंगलीक योग का परिहार हो जाता है।अगर लग्नेश बलि हो तो मंगल विपरीत राजयोग में आ जाने से भी मंगलीक भंग हो जाता है।
नोट –ग्रहों का बल और और डिग्री वाइज अवश्य चेक कर लें ।