राहुदेव फलादेश मेष लग्न 1 से 12 भाव…
राहुदेव फलादेश मेष लग्न 1 से 12 भाव…
अक्सर हमें राहु-केतु ग्रह से डराया जाता है लेकिन ऐसा नहीं है !
लग्न कुंडली यानि जन्मकुंडली मे राहु और केतु देवता की कोई भी स्वराशि नहीं होती,राहु और केतु देवता मित्र राशि या उच्च हों और अच्छे भाव मे बैठे हो तो अच्छा फल देंगे अन्यथा बुरा फल देंगे !और अधिक जानकारी के लिए आप व्हाट्सप्प कर सकते है ! 9914012222
1.पहला भाव फल-बुरा,राशि-शत्रु,भाव अच्छा
2.दूसरा भाव-फल अच्छा,राशि-उच्च,भाव-अच्छा
3.तीसरा भाव फल-बुरा,राशि- उच्च,भाव-बुरा
4.चौथा भाव फल-बुरा,राशि-शत्रु, भाव-अच्छा
5.पांचवां भाव फल-बुरा,राशि-शत्रु,भाव-अच्छा
6.छठा भाव फल-बुरा,राशि-मित्र,भाव-बुरा
7.सातवां भाव फल-अच्छा,राशि-मित्र,भाव-अच्छा
8.आठवां भाव फल-बुरा,राशि-नीच,भाव-बुरा
9.नवम भाव फल-बुरा,राशि-नीच,भाव-अच्छा
10.दशम भाव फल-अच्छा,राशि-मित्र,भाव-अच्छा
11.ग्यारहवां भाव फल-अच्छा,राशि-मित्र,भाव-अच्छा
12.बारहवां भाव फल-बुरा,राशि-शत्रु,भाव-बुरा
ध्यान दें-जिस भाव मे राहु देव बैठे हो उस घर के स्वामी की स्तिथि अगर सही ना हो तो अच्छे फल मे कमी आ सकती है !