ग्रहों का षड़बल-:
ग्रहों का षड़बल-:
१.स्थान बल २.काल बल ३.चेष्ट बल ४.दिग बल ५.दृग बल ६.आयान बल
जैसे इंसान दो पावों पर चलता है वैसे ही षड़बल और अंशमात्र (डिग्री) बलाबल के अनुसार ही ग्रह अपना फल देता है। दोनों में से एक बल में भी अगर कमी आ जाती है तो उसके फलों में भी कमी आ जय्र्गी।जैसे रेलगाड़ी दो पटरियों पर चलती है वैसे भी किसी भी ग्रह का फल षड़बल और अंशमात्र के बलाबल पर आधारित है। इनमें से अगर किसी एक का बल भी कम हो जाये तो ग्रह के फल में कमी आ जाती है।इसलिए कुंडली का विवेचन करते समय दोनों का ध्यान रखना अति अनिवार्य है।