विष योग मेष लग्न पार्ट -9
मेष लग्न की कुंडली मे छठे भाव मे बैठे शनि और चंद्र देव दोनों मारक होने के कारण विष योग बनाएंगे यहाँ पर दोनों ग्रह बुरा फल देंगे ! यहाँ दोनों का शनि और चंद्र का दान होगा.
फल -लग्न के छठे भाव मे विष योग शत्रु ज्यादा होंगे,माता कस्ट शनि जी की तीसरी दृष्टी मृत्यु तुल्य कस्ट देंगे,टेंशन,एक्सीडेंट ज्यादा होना, लम्बी बीमारी लगना, सातवीं दृष्टी शनि की कोर्ट केस, हॉस्पिटल के चक्कर,दवाइयों पर खर्च, दसवीं दृष्टी कड़ी मेहनत,जन्म घर से दूर, भाई बहनो से मतभेद,पराक्रम कम करता है !माता से अनबन और कामकाज मे दिक्कत भी ज्यादा आती है !
नोट -ग्रह की डिग्री वाइज बलाबल अवश्य चेक कर लें !
उपाय -1.ॐ शनये नमः का जाप करें.
2.ॐ नमः शिवाय का जाप करें.
3.महामृत्युंजय का जाप करवाएं.
4.हर सोमवार को शिवलिंग पर दूध चढ़ाएं.
5.सोमवार को दूध का दान करें.
6.हर शनिवार को काले माह का दान करें.
7.अगर लग्नेश अच्छे भाव मे हो तो मूंगा अवश्य पहने.
8.काला रंग कम पहने.
9.पीपल को हर रोज जल दें (रविवार को छोड़ कर ).
10.पीपल के निचे दिया जलाएं.
ध्यान देने योग्य बात -पीपल को सिर्फ जल दें ना की दूध या कच्ची लस्सी क्यों की पीपल को सिर्फ पानी की जरूरत होती है ना को कैल्शियम की.