विष योग मेष लग्न पार्ट -3
मेष लग्न की कुंडली मे लग्न मे बैठे नीच के शनि देव मारक होकर सातवीं दृष्टी सातवें भाव में बैठे अतियोगकारक चंद्र देव को देख रहे है जिस कारण विष योग बनता है लेकिन ध्यान देने योग्य बात यही है की यहाँ शनि देव की वजह से विष योग बन रहा है बल्कि चंद्र देवता अतियोगकारक है जो की एक अच्छा ग्रह है तो यहां शनि देव जी के ही पूजा, उपाय, दान होगा !
फल -विष योग यहाँ पर शरीरिक परेशानी, उग्र स्वभाव,नौकर से अनबन, लेबर से परेशानी, और व्यापार मे दिक्कत आती है !
उपाय -सुचा मोती पहने,शनिवार को काले माह, काले तिल, सरसों का तेल, काला कपड़ा,काले रंग के पेन,लोहा दान करें !
जाप -ॐ नमः शिवाय ! ॐ शनये नमः ! रोज़ अपनी इच्छा अनुसार जाप करें !
Tags:about astrologyall india astrologyall india best astrologyall life remediesAll life remedies in asrologyAll punjab best astrologerALL WORLD ASTROLOGYall world best astrologerastrologer ashwani jainastrologyastrology basicASTROLOGY RULESastrology stoneayodhyaayodhya dhamayodhya mandirbasic of gemsBEST ASTROLOGER IN CANADAbest astrologer in indiaBEST ASTROLOGER IN LUDHIANAbest astrologer in mumbaibest stone adviseDAILY BLOGDAILY POSTForeign Settlement Part-10gemsindian astrologyjoshi astro gyan ganga groupJoshi astro gyan ganga group ashwani jainJYOTISHlearn astrologymember of joshi astro gyan ganga groupout of countryRAJESH JOSHI ASTROLOGERrajesh joshi astrologer in ludhianarajesh joshi astrologer ludhianaremediesstonestop divorce by astrologerVRISH LAGN PRATHM BHAV MEIN MANGLIK BHANG YOGAकुछ महत्वपूर्ण बातेंकुंडली के १२ भावों के नामगंडमूल नक्षत्रज्योतिष के सूत्र