कन्या लग्न में आठवें भाव में मंगलीक भंग योग-
कन्या लग्न में आठवें भाव में मंगलीक भंग योग-
कन्या लग्न की कुंडली में अगर मंगल देवता आठवें भाव में हो तो मंगलीक भंग योग बनता है क्यों की मंगल ग्रह अपनी मूल त्रिकोण राशि में है।अगर लग्नेश बुध बलि हो तो विपरीत राजयोग भी बनाता है जो की एक कारण और बनता है मंगलीक भंग योग बनने का। सातवें भाव का मालिक बृस्पति बलि हो तो और भी अच्छा है मंगल विवाहाहिक जीवन खुशहाल बना देता है।
नोट -ग्रहों का बल और और डिग्री वाइज अवश्य चेक कर लें ।