व्यपार करने वालों को अक़्सर व्यपार ना चलने की यह समस्या आखिर आती
रहती है उनका एक लक्ष्य होता है के उनका व्यापार चलता रहें इतना उपाय
टोटके करने के बावजूद
व्यपार करने वालों को अक़्सर व्यपार ना चलने की यह समस्या आखिर आती रहती है उनका एक लक्ष्य होता है के उनका
व्यापार चलता रहें इतना उपाय टोटके करने के बावजूद भी आखिर उनका
व्यपार करने वालों को अक़्सर व्यपार ना चलने की यह समस्या आखिर आती रहती है उनका एक लक्ष्य होता है के उनका व्यापार चलता रहें इतना उपाय टोटके करने के बावजूद भी आखिर उनका व्यापार मंदा ही रहता है
आज कल ज्यादातर घरों मे क्लेश हो रहें है क्या आपने जाना कभी इसके पीछे कारण लग्न कुंडली मे बनने वाले योग या ग्रहों का सही भाव मे ना होना होता है | जैसे की :-
नवमांश कुंडली द्वारा फल विचारते समय जातक को जन्मकुंडली के ग्रहों को भी अवश्य ध्यान रखना चाहिए |अगर किसी जातक की लग्न कुंडली मे कोई ग्रह अच्छा हो और वही ग्रह नवमांश मे नीच का हो जाये तो या बुरे
दीपावली पूजन और समय
दीपावली पूजन कब और कैसे करें ?कार्तिक कृष्ण अमावस्या को दीपावली का महापर्व मनाया जाता है। इस वर्ष वृषपतिवार 4 नवंबर 2021 दीपावली पर्व मनाया जायेग। हिन्दुओं पर्व यह महत्वपूर्ण पर्वों में
लग्नेश मंगल अगर लग्न भाव,दूसरे,तीसरे,पंचम,सप्तम,नवम,दशम,एकादश भाव में हो और बुध देव छठे या आठवें भाव में हो और पंचमेश नवम भाव में हो तो जातक मेहनत करके पुलिस अफसर,आर्मी या कोई भी सरकारी नौकरी में अच्छा पद प्राप्त कर
ज्योतिष का अर्थ प्रकाशित करना है। ज्यादातर व्यक्ति यह निर्णय लेने में असमर्थ है के वो व्यवसाय करे,नौकरी या दोनों ही तो ज्योतिष द्वारा हमे लग्न कुंडली देखकर यह जान सकते है की हमे व्यवसाय करना चाहिए या नौकरी
राहु चंद्र ग्रहण भंग योग सभी लग्न
राहु चंद्र से ग्रहण योग होता है तो ग्रहण भंग योग भी बनता है बहुत कम जानकारों को इसका ज्ञान होता है। उदाहरण के तौर पर मैंने सभी लग्न वालों के लिए कहां-कहां
गुरुचंडाल भंग योग तुला से मीन लग्न
#गुरुचंडालभंगयोगतुलासेमीनलग्न
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उदाहरण के तौर पर यहां पर तुला से मीन लग्न वालों के लिए कहां-कहां राहु +गुरु की युति स्तिथ हो तो गुरु चंडाल भंग
क्या आप जानते है अंगारक भांग योग कैसे होता है ?
राहु और मंगल की युति से अगर अंगारक योग होता है तो अंगारक भंग योग भी बनता है बहुत कम जानकारों को इसका ज्ञान होता
क्या आप जानते है अंगारक भांग योग कैसे होता है ?
राहु और मंगल की युति से अगर अंगारक योग होता है तो अंगारक भंग योग भी बनता है बहुत कम जानकारों को इसका ज्ञान होता
सिंह लग्न में कहाँ-कहाँ अंगारक भंग योग बनता है जानिए ।
राहु मंगल से अंगारक योग होता है तो अंगारक भंग योग भी बनता है बहुत कम जानकारों को इसका ज्ञान होता है!उदाहरण के तौर पर यहां
कहाँ-कहाँ अंगारक भंग योग बनता है जानिए ।
राहु मंगल से अंगारक योग होता है तो अंगारक भंग योग भी बनता है बहुत कम जानकारों को इसका ज्ञान होता है!उदाहरण के तौर पर कर्क लग्न वालों
मेष लग्न में कौन-कौन से भाव में राहु मंगल स्तिथ हो तो अंगारक भंग योग बनता है ।
राहु मंगल से अंगारक योग होता है तो अंगारक भंग योग भी बनता है बहुत कम जानकारों को इसका
अंगारक योग
सबसे पहले आपको बता दूँ की राहु मंगल की युति अंगारक योग बनाती है ना की दोष क्यों की ग्रह कभी भी दोष नहीं बनाते जबकि योग बनाते है!22-2-2021 से लेकर 24-4-2021 तक राहु
जानिए कुम्भ लग्न वाले कब पहन सकते है पुखराज रत्न।
कुम्भ लग्न की कुंडली मे 1,2,4,5,7,9,10,11 भावों अगर गुरु ग्रह बैठे हो तो पुखराज रत्न धारण किया जा सकता है !धारण करने की विधि-
जानिए धनु लग्न वाले कब पहन सकते है पुखराज रत्न।
धनु लग्न की कुंडली मे 1,4,5,7,9,10,11 भावों अगर गुरु ग्रह बैठे हो तो पुखराज रत्न धारण किया जा सकता है !धारण करने की विधि-धातु-सोना,पीतल, पक्ष-शुक्लऊँगली-तर्जनी,दिन-गुरुवारसमय-सूर्य उदय के
पुखराज रत्न कब पहन सकते है वृश्चिक लग्न।
वृश्चिक लग्न की कुंडली मे 1,2,4,5,7,9,10,11 भावों अगर गुरु ग्रह बैठे हो तो पुखराज रत्न धारण किया जा सकता है !
धारण करने की विधि-
धातु-सोना,पीतल, पक्ष-शुक्ल
ऊँगली-तर्जनी,दिन-गुरुवार
समय-सूर्य
बुध ग्रह 25 जनवरी 2021 को कुंभ राशि मे गोचर करेंगे शाम 4 बजकर 19 मिनट पर जो की 1 अप्रैल 2021 तक रहेंगे!
बुध ग्रह के कारकेत्वबुध ग्रह को बुद्धि,पढ़ाई,वाणी,व्यापार, गला, फेफड़े,अकाउंटेंट,स्किन,ज्योतिष,भाषण का कारक माना जाता