Astrologer Ashwani Jain
  • Home
  • Astrology Reading
  • Blog
  • About Me
  • Contact
  • Payment
  • BIRTHDAY TIPS FREE
  • Home
  • Astrology Reading
  • Blog
  • About Me
  • Contact
  • Payment
  • BIRTHDAY TIPS FREE
  • Home
  • कुंडली के १२ भावों के नाम

कुंडली के १२ भावों के नाम

08 May

योग की परिभाषा-Definition of yoga

  • By Ashwani Jain
  • In योग की परिभाषा-Definition of yoga
योग (युति योग) की परिभाषा- दो ग्रहों का एक साथ बैठना ही योग कहलाता है। एक साथ बैठे ग्रहों को युति भी कहते है। योग जन्म लग्न कुंडली के मुताबिक अच्छा या बुरा फल देते है। शुभ योग जानने
Read More
  • Share:
07 May

हर्ष विपरीत राजयोग

  • By Ashwani Jain
  • In हर्ष विपरीत राजयोग
अगर छठे भाव का स्वामी लग्न कुंडली में ६,८,१२ में बैठा हो तो उसे हर्ष विपरीत राजयोग कहा जाता है। लग्नेश अगर बली हो तभी ही विपरीत राजयोग के फल प्राप्त होंगे लग्नेश बली और डिग्री वाइज बलाबल होना जरूरी
Read More
  • Share:
06 May

सरल विपरीत राजयोग

  • By Ashwani Jain
  • In सरल विपरीत राजयोग
सरल विपरीत राजयोग- अगर लग्न कुंडली में आठवें घर का मालिक ६,८,१२ भाव में पड़ा हो तो वो सरल विपरीत राजयोग माना जाता है । अगर आठवें भाव का मालिक ६,८,१२ में पड़ा हो और बुरे ग्रहों के साथ युति
Read More
  • Share:
05 May

विमल विपरीत राजयोग

  • By Ashwani Jain
  • In विमल विपरीत राजयोग
विमल विपरीत राजयोग- अगर लग्न कुंडली में बाहरवें घर का मालिक ६,८,१२ भाव में पड़ा हो तो वो विमल विपरीत राजयोग माना जाता है । अगर बाहरवें भाव का मालिक ६,८,१२ में पड़ा हो और बुरे ग्रहों के साथ युति
Read More
  • Share:
04 May

विपरीत राज योग-परिभाषा

  • By Ashwani Jain
  • In विपरीत राज योग-परिभाषा
परिभाषा -अगर लग्न कुंडली में त्रिक स्थान का मालिक (६,८,१२) त्रिक स्थान में ही बैठा हो तो वो अपनी दशा ,अन्तरदशा में सदैव अच्छा फल देता है पर लग्नेश बलि अवश्य होना चाहिए । लेकिन अगर लग्न कुंडली में लग्नेश
Read More
  • Share:
03 May

विष योग-VISH YOGA

  • By Ashwani Jain
  • In विष योग-vish yoga
  • 0 comment
विष योग-VISH YOGA
विष योग- लग्न कुंडली मे शुभ और अशुभ योगों का बहुत महत्व है ज़ब कोई शुभ योग बनता है लग्न कुंडली मे तो जातक को सुख सुविधाओं से भरपूर कर देता है हर तरह की इच्छा पूरी होती ज़ब अशुभ
Read More
  • Share:
02 May

विष योग मेष लग्न पार्ट -1

  • By Ashwani Jain
  • In विष योग मेष लग्न पार्ट -1
  • 0 comment
मेष लग्न की कुंडली मे लग्न मे बैठे शनि चंद्र विष योग बनाते है क्यों की शनि देव यहाँ नीच के हो गए है और चंद्र देव अति योगकारक होकर लग्न भाव मे बैठे है तो यहाँ पर शनि देव
Read More
  • Share:
01 May

विष योग मेष लग्न पार्ट -2

  • By Ashwani Jain
  • In विष योग मेष लग्न पार्ट -2
  • 0 comment
मेष लग्न की कुंडली मे लग्न में बैठे शनि देव नीच के होकर तीसरे भाव मे मारक होकर बैठे चंद्र देव पर तीसरी दृष्टी से देख रहे है जिस कारण विष योग बन रहा है इस लग्न कुंडली मे !
Read More
  • Share:
30 Apr

विष योग मेष लग्न पार्ट -3

  • By Ashwani Jain
  • In विष योग मेष लग्न पार्ट -3
मेष लग्न की कुंडली मे लग्न मे बैठे नीच के शनि देव मारक होकर सातवीं दृष्टी सातवें भाव में बैठे अतियोगकारक चंद्र देव को देख रहे है जिस कारण विष योग बनता है लेकिन ध्यान देने योग्य बात यही है
Read More
  • Share:
29 Apr

विष योग मेष लग्न पार्ट -4

  • By Ashwani Jain
  • In विष योग मेष लग्न पार्ट -4
  • 0 comment
VISH YOG
मेष लग्न की कुंडली मे लग्न मे बैठे नीच के शनि देव मारक होकर दसवीं दृष्टी दसवें भाव में बैठे अतियोगकारक चंद्र देव को देख रहे है जिस कारण विष योग बनता है लेकिन ध्यान देने योग्य बात यही है
Read More
  • Share:
28 Apr

विष योग मेष लग्न पार्ट -5

  • By Ashwani Jain
  • In विष योग मेष लग्न पार्ट -5
मेष लग्न की कुंडली मे दूसरे भाव मे बैठे शनि देव और चंद्र देव विष योग नही बनाएंगे क्यों की यहाँ शनि देव दूसरे भाव मे सम होकर बैठे है और चंद्र देवता अतियोगकारक होकर उच्च के होकर बैठे है
Read More
  • Share:
27 Apr

विष योग मेष लग्न पार्ट -6

  • By Ashwani Jain
  • In विष योग मेष लग्न पार्ट -6
  • 0 comment
VISH YOG 3
मेष लग्न की कुंडली मे तीसरे भाव मे बैठे शनि और चंद्र देव दोनों मारक होने के कारण विष योग बनाएंगे यहाँ पर दोनों ग्रह बुरा फल देंगे ! यहाँ दोनों का शनि और चंद्र का दान होगा. फल -लग्न
Read More
  • Share:
26 Apr

विष योग मेष लग्न पार्ट -7

  • By Ashwani Jain
  • In all india astrology, विष योग मेष लग्न पार्ट -7
  • 0 comment
VISH YOG 7
मेष लग्न की कुंडली मे चौथे भाव मे बैठे शनि देव और चंद्र देव विष योग नही बनाएंगे क्यों की यहाँ शनि देव चौथे भाव मे सम होकर बैठे है और चंद्र देवता अतियोगकारक होकर अपनी ही राशि मे बैठे
Read More
  • Share:
25 Apr

विष योग मेष लग्न पार्ट -8

  • By Ashwani Jain
  • In विष योग मेष लग्न पार्ट -8
  • 0 comment
मेष लग्न की कुंडली मे पांचवेें भाव मे बैठे शनि देव और चंद्र देव विष योग नही बनाएंगे क्यों की यहाँ शनि देव पांचवें भाव मे सम होकर बैठे है और चंद्र देवता अतियोगकारक होकर अपनी ही राशि मे बैठे
Read More
  • Share:
24 Apr

विष योग मेष लग्न पार्ट -9

  • By Ashwani Jain
  • In विष योग मेष लग्न पार्ट -9
  • 0 comment
मेष लग्न की कुंडली मे छठे भाव मे बैठे शनि और चंद्र देव दोनों मारक होने के कारण विष योग बनाएंगे यहाँ पर दोनों ग्रह बुरा फल देंगे ! यहाँ दोनों का शनि और चंद्र का दान होगा.
Read More
  • Share:
23 Apr

विष योग मेष लग्न पार्ट -10

  • By Ashwani Jain
  • In विष योग मेष लग्न पार्ट -10
  • 0 comment
मेष लग्न की कुंडली मे सातवें भाव मे बैठे शनि देव और चंद्र देव विष योग नही बनाएंगे क्यों की यहाँ शनि देव सप्तम भाव मे सम होकर उच्च के भी होकर बैठे है जो की योगकारक ग्रह
Read More
  • Share:
22 Apr

विष योग मेष लग्न पार्ट -11

  • By Ashwani Jain
  • In विष योग मेष लग्न पार्ट -11
  • 0 comment
मेष लग्न की कुंडली मे आठवें भाव मे बैठे शनि देव और चंद्र देव विष योग बनाएंगे क्यों की यहाँ शनि देव अस्टम भाव में मारक होकर बैठे है जो की अतिमारक ग्रह हुए और चंद्र देवता यहाँ अस्टम भाव
Read More
  • Share:
21 Apr

विष योग मेष लग्न पार्ट-12

  • By Ashwani Jain
  • In विष योग मेष लग्न पार्ट -12
  • 0 comment
विष योग पार्ट -12
मेष लग्न की कुंडली मे नौवें भाव मे बैठे शनि और चंद्र देव विष योग नही बनाएंगे क्यों की यहाँ शनि और चंद्र दोनों ही योगकारक ग्रह है जो की चंद्र देव चौथे भाव के मालिक होकर नौवें
Read More
  • Share:
20 Apr

विष योग मेष लग्न पार्ट -13

  • By Ashwani Jain
  • In विष योग मेष लग्न पार्ट -13, विष योग-vish yoga
  • 0 comment
विष योग मेष लग्न पार्ट-13
मेष लग्न की कुंडली मे दसवें भाव मे बैठे शनि और चंद्र देव अतियोगकारक होने के कारण विष योग नही बनाएंगे ! दसवें भाव मे शनि देव स्वग्रही सबसे अच्छा ग्रह होकर केंद्र मे बैठे है जो की
Read More
  • Share:
19 Apr

विष योग मेष लग्न पार्ट -14

  • By Ashwani Jain
  • In विष योग मेष लग्न पार्ट -14
  • 0 comment
मेष लग्न की कुंडली मे ग्याहरवें भाव मे बैठे शनि और चंद्र देव अतियोगकारक होने के कारण विष योग नही बनाएंगे ! ग्याहरवें भाव मे शनि देव स्वग्रही सबसे अच्छा ग्रह होकर बैठे है जो की व्यपार, लाभ, इच्छा पूर्ति
Read More
  • Share:
  • 1
  • 2
  • …
  • 11
  • >

Recent Posts

योग की परिभाषा-Definition of yoga
08May,2025
हर्ष विपरीत राजयोग
07May,2025
सरल विपरीत राजयोग
06May,2025

Get in touch

+91 991 401 2222

info@astrologerashwanijain.com

jainashwani551@gmail.com

7 Madhuban Enclave-B, Barewal Rd, Ludhiana, Punjab 141012

Useful Links

  • Home
  • Astrology Reading
  • Blog
  • About Me
  • Contact
  • Payment
  • BIRTHDAY TIPS FREE

Social Links

  • Facebook
  • Twitter
  • Linkedin
  • Instagram
  • Youtube

Newsletters

Subscribe to get updates right in your inbox. We promise to not send you spams.

All Right Reserved @ Astrologer Ashwani Jain