उपाय और व्यवसाय 4
बिसनेस करने वालों को ज्यादातर बिसनेस-दुकान ना चलने की यह समस्या आती रहती है उनका एक ही टारगेट होता है के
उनका बिसनेस चलता रहें लेकिन फिर भी इतने पूजा-पाठ,उपाय और टोटके करने के बावजूद भी उनका बिसनेस मंदा ही
रहता है ऐसा क्यों?क्यों की जो भी पूजा-पाठ, उपाय,टोटके करते है जन्म कुंडली के द्वारा नहीं करते जबकि अधिक लाभ प्राप्त
करने के लिए जातक/जातिका को जन्म कुंडली के ग्रहों के अनुसार उपाय करने चाहिए और जन्म कुंडली के ग्रहों के अनुसार
ही व्यवसाय करना चाहिए कई बार लग्न कुंडली अर्थात जन्मपत्रिका के मुताबिक व्यवसाय करना ठीक नहीं होता लेकिन फिर
भी इन्वेस्टमेंट कर लेते है तो उस समय मे जातिका/जातक को उपाय ही एक मात्र सहारा है लेकिन कौन सा उपाय करें ?तो
जानिए कर्क लग्न की जन्म कुंडली वालों को कब इन्वेस्टमेंट नहीं करनी चाहिए अगर करें तो उसके उपाय भी जानिए उदाहरण
सहित |अगर आपकी लग्न कुंडली अर्थात जन्म कुंडली कर्क लग्न की हो और दसवें भाव का स्वामी मंगल देव और सप्तम भाव
का स्वामी शनि नीच अवस्था मे हो या दशम भाव का स्वामी अस्टम भाव,छठे भाव,द्वादश मे हो तो ऐसे मे जातक को व्यापार मे
पैसा ज्यादा लगाने से परहेज़ करना चाहिए और सप्तम भाव का स्वामी शनि छठे, द्वादश भाव मे हो तो भी जातक को ज्यादा
इन्वेस्टमेंट नहीं करनी चाहिए |अगर फिर भी कर ले इन्वेस्टमेंट ज्यादा और दिक्कत आ रही हो ऐसे मे तो यह उपाय करें
नुकसान कम होने के चांस बन जाते है –
हर शनिवार को काले माह दान करें किसी भी जरूरत मंद को |
हर मंगलवार को मसूर की दाल दान करें किसी भी जरूरत मंद को |
काले तिल डाले हर शनिवार को चींटीयों को |हनुमान चालीसा या सुंदरकांड का पाठ करें नित्यदिन |ॐ शनये नमः और ॐ भोमाय नमः का जाप करें नित्यदिन |काला और लाल रंग पहनने से परहेज़ करें |हैंडीकैप लोगों की मदद करें |
जय श्री कृष्णा