केतुदेव फलादेश 1 से 6 भाव मिथुन लग्न …
केतुदेव फलादेश 1 से 6 भाव मिथुन लग्न …
1.पहला भाव फल-बुरा,राशि-नीच,भाव अच्छा
2.दूसरा भाव फल-बुरा,राशि-शत्रु,भाव-अच्छा
3.तीसरा भाव फल-बुरा,राशि-शत्रु,भाव-बुरा
4.चौथा भाव फल-अच्छा,राशि-मित्र, भाव-अच्छा
5.पांचवां भाव फल-अच्छा,राशि-मित्र,भाव-अच्छा
6.छठा भाव फल-बुरा,राशि-उच्च,भाव-बुरा
लग्न कुंडली यानि जन्मकुंडली मे राहु और केतु देवता की कोई भी स्वराशि नहीं होती,राहु और केतु देवता मित्र राशि या उच्च हों और अच्छे भाव मे बैठे हो तो अच्छा फल देंगे अन्यथा बुरा फल देंगे !और अधिक जानकारी के लिए आप व्हाट्सप्प कर सकते है !
अक्सर हमें केतु देवता से डराया जाता है लेकिन ऐसा नहीं है !