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  • कन्या राशि में गोचर का चंद्र (शुभ/अशुभ )कैसे देखें

कन्या राशि में गोचर का चंद्र (शुभ/अशुभ )कैसे देखें

22 Feb

राहु केतु देव और वास्तु

  • By Ashwani Jain
  • In राहु केतु देव और वास्तु 
क्या आप जानते है अगर आपकी जन्म कुंडली में राहु केतु शनि मंगल ग्रह अगर नीच-मारक-६,८,१२ भाव में हो या बुरे प्रभाव दे रहे हो तो हमे वास्तु के मुताबिक अपने घर या ऑफिस में वास्तु के मुताबिक सही
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21 Feb

राहुदेव फलादेश 1 से 6 भाव वृश्चिक लग्न

  • By Ashwani Jain
  • In राहुदेव फलादेश 1 से 6 भाव वृश्चिक लग्न
अक्सर हमें राहु देवता से डराया जाता है लेकिन ऐसा नहीं है ! जहां भाव अच्छा दिया गया है वहां राहुदेव के कोई उपाय करने की जरुरत नहीं। ज्यादातर हमे राहु देवता
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20 Feb

त्रिशक्ति रत्न कब पहने? कुम्भ लग्न…

  • By Ashwani Jain
  • In Ashwani jain astrologer, त्रिशक्ति रत्न कब पहने? कुम्भ लग्न...
त्रिशक्ति रत्न कब पहने? कुम्भ लग्न.. कुम्भ लग्न की जन्मकुंडली मे अगर त्रिकोण भाव के स्वामी शनि,बुध, शुक्र 1,4,5,7,9,10,11भावों मे तीनो ग्रह या इनमे मे से कोई भी ग्रह इन्ही भावों बैठे हो तो त्रिशक्ति रत्न पहना जा सकता
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19 Feb

त्रिशक्ति रत्न कब पहने? मीन लग्न…

  • By Ashwani Jain
  • In Ashwani jain astrologer, त्रिशक्ति रत्न कब पहने? मीन लग्न...
त्रिशक्ति रत्न कब पहने? मीन लग्न… मीन लग्न की जन्मकुंडली मे अगर त्रिकोण भाव के स्वामी गुरु,मंगल,चंद्र 1,2,4,7,10,भावों मे तीनो ग्रह या इनमे मे से कोई भी ग्रह इन्ही भावों बैठे हो तो त्रिशक्ति रत्न पहना जा सकता है !और
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18 Feb

जन्मकुंडली अनुसार उपयुक्त रत्न पुखराज

  • By Ashwani Jain
  • In जन्मकुंडली अनुसार उपयुक्त रत्न पुखराज, मेष लग्न की कुंडली मे पुखराज रत्न
पुखराज
जन्मकुंडली अनुसार उपयुक्त रत्न पुखराज मेष लग्न की कुंडली मे 1,2,4,5,7,9,11 भावों अगर गुरु देव बैठे हो तो पुखराज रत्न धारण किया जा सकता है ! धातु-सोना,पीतल ऊँगली-तर्जनी दिन-गुरुवार अधिक जानकारी के अच्छे ज्योतिषचार्य को जन्म कुंडली जरूर दिखाएं
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17 Feb

नक्षत्र+स्वामी

  • By Ashwani Jain
  • In नक्षत्र+स्वामी, नक्षत्र+स्वामी
क्रम-नक्षत्र- स्वामी १-  अश्विनी-केतु २- भरणी -शुक्र ३- कृत्तिका-सूर्य ४- रोहिणी -चंद्र ५- मृगशिरा-मंगल ६- आर्द्रा -राहु ७- पुनर्वसु-गुरु ८- पुष्य-शनि ९- आश्लेषा-बुध १०-मघा-केतु ११-पूर्वाफाल्गुनी-शुक्र १२-उत्तराफाल्गुनी-सूर्य १३- हस्त-चंद्र १४- चित्रा-मंगल १५- स्वाती- राहु १६- विशाखा- गुरु १७- अनुराधा-शनि १८-
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16 Feb

वृश्चिक लग्न में पहले भाव में मंगलीक भंग योग-

  • By Ashwani Jain
  • In वृश्चिक लग्न में पहले भाव में मंगलीक भंग योग, वृश्चिक लग्न में मंगलीक भंग योग
वृश्चिक लग्न में पहले भाव में मंगलीक भंग योग- वृश्चिक लग्न की कुंडली में अगर मंगल देवता पहले भाव में हो तो मंगलीक भंग योग बनता है क्यों की यहां बैठा मंगल लग्नेश होकर अपनी ही राशि (स्वराशि,अपना ही घर
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15 Feb

वृश्चिक लग्न में चौथे भाव में मंगलीक भंग योग-

  • By Ashwani Jain
  • In वृश्चिक लग्न में मंगलीक भंग योग
वृश्चिक लग्न में चौथे भाव में मंगलीक भंग योग- वृश्चिक लग्न की कुंडली में अगर मंगल देवता चौथे भाव में हो तो मंगलीक भंग योग बनता है क्यों की यहां बैठा मंगल लग्नेश होकर चौथे भाव में केंद्र स्थान में
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15 Feb

वृश्चिक लग्न में सातवें भाव में मंगलीक भंग योग-

  • By Ashwani Jain
  • In मांगलिक भंग योग-MANGLIK BHANG YOGA, वृश्चिक लग्न में मंगलीक भंग योग
वृश्चिक लग्न में सातवें भाव में मंगलीक भंग योग- वृश्चिक लग्न की कुंडली में अगर मंगल देवता सातवें भाव में हो तो मंगलीक भंग योग बनता है क्यों की यहां बैठा मंगल लग्नेश होकर सातवें भाव में केंद्र स्थान में
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14 Feb

धनु लग्न में प्रथम भाव में मंगलीक भंग योग-

  • By Ashwani Jain
  • In धनु लग्न में मंगलीक भंग योग
धनु लग्न में प्रथम भाव में मंगलीक भंग योग – धनु लग्न में मंगल देवता अगर पहले भाव में हो तो जातक मंगलीक नहीं होता क्यों की यहां पर मंगल ग्रह त्रिकोण के स्वामी,लग्नेश गुरु के अतिमित्र होने के कारण
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13 Feb

धनु लग्न में चौथे भाव में मंगलीक भंग योग –

  • By Ashwani Jain
  • In धनु लग्न में चौथे भाव में मंगलीक भंग योग, धनु लग्न में मंगलीक भंग योग
धनु लग्न में चौथे भाव में मंगलीक भंग योग – धनु लग्न में मंगल देवता अगर चौथे भाव में हो तो जातक मंगलीक नहीं होता क्यों की यहां पर मंगल ग्रह त्रिकोण के स्वामी,केंद्र में स्तिथ होकर कभी बुरा फल नहीं
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12 Feb

धनु लग्न में आठवें भाव में मंगलीक भंग योग

  • By Ashwani Jain
  • In धनु लग्न में आठवें भाव में मंगलीक भंग योग, धनु लग्न में मंगलीक भंग योग, मांगलिक योग -MANGLIK YOGA
धनु लग्न में आठवें भाव में मंगलीक भंग योग – धनु लग्न में मंगल देवता अगर आठवें  भाव में हो तो जातक मंगलीक नहीं होता क्यों की यहां पर मंगल ग्रह नीच के हो जाने से मंगलीक दोष का परिहार
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12 Feb

धनु लग्न में सातवें भाव में मंगलीक भंग योग

  • By Ashwani Jain
  • In धनु लग्न में मंगलीक भंग योग, धनु लग्न में सातवें भाव में मंगलीक भंग योग
धनु लग्न में सातवें भाव में मंगलीक भंग योग – धनु लग्न में मंगल देवता अगर सातवें भाव में हो तो जातक मंगलीक नहीं होता क्यों की यहां पर मंगल ग्रह त्रिकोण के स्वामी,केंद्र में स्तिथ होकर कभी बुरा फल
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11 Feb

पंच महापुरुष योग-PANCH MAHAPURUSH YOG

  • By Ashwani Jain
  • In पंच महापुरुष योग-PANCH MAHAPURUSH YOG
चार ग्रह जो की(सूर्य,चंद्र,राहु,केतु) पंचमहापुरुष योग नहीं बनाते।(पंचमहापुरुष योगों में नहीं आते)। और यह पांच ग्रह पंचमहापुरुष योग बनाते है- मंगल-( रुचक नामक पंचमहापुरुष योग ) बुध-( भद्र नामक पंचमहापुरुष योग ) गुरु-( हंस नामक पंचमहापुरुष योग ) शुक्र-( मालव्य नामक
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10 Feb

विदेश में हमेशा रहने का योग भाग-२

  • By Ashwani Jain
  • In विदेश में हमेशा रहने का योग भाग-२, विदेश में हमेशा रहने का योग-Permanent Foreign Settlement yoga
  अगर लग्न कुंडली में चौथे भाव में पापी ग्रह शनि,राहु,केतु,बैठे हो या क्रूर ग्रह सूर्य,मंगल कोई भी बैठा हो तो भी विदेश में रहने का योग बनता है । क्यों की क्रूर ग्रह इंसान को अलगवादी बना देता है।
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09 Feb

विदेश में हमेशा रहने का योग-1Permanent Foreign Settlement yoga-1

  • By Ashwani Jain
  • In विदेश में हमेशा रहने का योग-1, विदेश में हमेशा रहने का योग-Permanent Foreign Settlement yoga
अगर चौथे भाव का स्वामी बाहरवें भाव में हो और बाहरवें भाव का स्वामी चौथे भाव में हो तो भी हमेशा के लिए विदेश में रहने का योग बनता है। जैसे की इस लग्न कुंडली में बाहरवें घर का
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08 Feb

साढ़ेसाती कैसे देखें ?दूसरा ढैया

  • By Ashwani Jain
  • In JOSHI ASTRO GYAN GANGA GROUP, साढ़ेसाती के बारें में जरूरी बातें।, साढ़ेसाती कैसे देखें ?
जब गोचर के शनि देव जन्मकुंडली के चन्द्रमा की राशि पर ही भृमण करना शुरू कर दें तो वो साढ़ेसाती का बीच वाला ढैया होता है । उदाहरण-जैसे की जन्मलग्न कुंडली का चन्द्रमा मकर राशि में और गोचर के शनि
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08 Feb

साढ़ेसाती के बारें में कुछ जरूरी बातें।

  • By Ashwani Jain
  • In साढ़ेसाती के बारें में जरूरी बातें।
कुछ जरूरी पॉइंट साढ़ेसाती के लिए। १.कभी भी साढ़ेसाती नाम से और जन्म लग्न से कोई लेना देना नहीं । २.साढ़ेसाती सिर्फ जन्म कुंडली के चन्द्रमा से ही देखी जाती है । ३.जन्म कुंडली में शनि देव अगर योगकारक
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07 Feb

साढ़ेसाती के उपाय ~

  • By Ashwani Jain
  • In साढ़ेसाती के उपाय, साढ़ेसाती के बारें में जरूरी बातें।
साढ़ेसाती के उपाय ~ १.कर्म और चाल-चलन सही रखें । २.पीपल के नीचे दीपक जलाएं । ३.पीपल को पानी दें रविवार को छोड़ कर हर रोज़ । पीपल को पानी की जरूरत होती है दूध न दें क्यों की
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06 Feb

नीच भंग योग

  • By Ashwani Jain
  • In नीच भंग योग
नीच भंग योग परिभासा-नीच ग्रह बुरे फल देना कम कर देता लेकिन वो अच्छा फल नहीं देगा ।(बुरे फल में कमी और अच्छा फल देना दोनों बातों में बहुत बड़ा अंतर है ) नीच भंग योग तीन प्रकार के
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