उपाय और व्यवसाय 3
व्यपार करने वालों को अक़्सर व्यपार ना चलने की यह समस्या आखिर आती
रहती है उनका एक लक्ष्य होता है के उनका व्यापार चलता रहें इतना उपाय
टोटके करने के बावजूद भी आखिर उनका व्यापार मंदा ही रहता है ऐसा क्यों?
क्यों की जो भी उपाय टोटके करते है लग्न कुंडली के द्वारा नहीं करते जबकि
अधिक लाभ प्राप्त करने के लिए जातक/जातिका को लग्न कुंडली के ग्रहों के
मुताबिक उपाय करने चाहिए और लग्न कुंडली के ग्रहों के मुताबिक ही
व्यवसाय करना चाहिए कई बार कुंडली अर्थात जन्मपत्रिका के मुताबिक
व्यवसाय करना ठीक नहीं होता लेकिन फिर भी इन्वेस्टमेंट कर लेता है जातक
तो उस समय मे जातिका/जातक को उपाय ही एक मात्र सहारा है लेकिन
कैसे?
तो जानिए मिथुन लग्न कुंडली वालों को कब इन्वेस्टमेंट नहीं करनी चाहिए अगर करें तो उसके उपाय भी जानिए उदाहरण सहित |
अगर आपकी लग्न कुंडली अर्थात जन्म कुंडली मिथुन लग्न की हो और दशम भाव का स्वामी गुरु देव
और सप्तम भाव का स्वामी गुरु नीच अवस्था मे हो या दशम भाव का स्वामी अस्टम भाव,छठे भाव,द्वादश,तीसरे भाव मे हो तो ऐसे मे जातक को व्यापार मे इन्वेस्टमेंट करने से परहेज़ करना चाहिए
अगर फिर भी कर ले तो जातक को हर गुरुवार को केले के पेड़ के नीचे दीपक घी का जलाना चाहिए |
ॐ गुरुवे नमः का जाप करना चाहिए |पीला रंग का उपयोग कम बल्कि दान अधिक करना चाहिए | हर गुरुवार को केले या चने की दाल दान करें किसी भी जरूरत मंद को |
हर गुरुवार को मीठा बाँटे कुछ भी या बच्चों को टाफीयां भी दें सकते है |ऐसा करने से लाभ होने के चांस ज्यादा बनते है |व्यापार मे दिक्कत कम होने के चांस होते है |