१.चर लग्न वालों का भी विदेश में हमेशा रहने का योग जल्दी बनता है।
चर लग्न – (१,४,७,१०)
२.स्थिर लग्न वालों का और द्विस्वभाव लग्न वालों का भी विदेश योग देरी से बनता है ।
स्थिर लग्न – (२,५,८,११)
द्विस्वभाव
हम अक्सर लोगों को यह कहते हुए सुनते हैं, कि मैंने कभी कोई बुरा काम नहीं किया, फिर भी मैं बीमारियों से परेशान हूँ।ऐसा मेरे साथ क्यों हो रहा हैं ?
क्या भगवान बहुत कठोर और निर्दयी
कहाँ-कहाँ अंगारक भंग योग बनता है जानिए ।
राहु मंगल से अंगारक योग होता है तो अंगारक भंग योग भी बनता है बहुत कम जानकारों को इसका ज्ञान होता है!उदाहरण के तौर पर कर्क लग्न वालों
क्या आप जानते है ?कन्या लग्न कुंडली में कब पुखराज रत्न पहन सकते है ?
कन्या लग्न की कुंडली मे 1,2,4,7,9,10,11 भावों अगर गुरु देव बैठे हो तो पुखराज रत्न धारण किया जा सकता है !धारण करने
बुध ग्रह 25 जनवरी 2021 को कुंभ राशि मे गोचर करेंगे शाम 4 बजकर 19 मिनट पर जो की 1 अप्रैल 2021 तक रहेंगे!
बुध ग्रह के कारकेत्वबुध ग्रह को बुद्धि,पढ़ाई,वाणी,व्यापार, गला, फेफड़े,अकाउंटेंट,स्किन,ज्योतिष,भाषण का कारक माना जाता
पुखराज रत्न कब धारण करें ?
उपयुक्त रत्न पुखराजसिंह लग्न की कुंडली मे 1,2,4,5,7,9,10,11 भावों अगर गुरु देव बैठे हो तो पुखराज रत्न धारण किया जा सकता है !धारण करने की विधि-धातु-सोना,पीतल, पक्ष-शुक्लऊँगली-तर्जनी,दिन-गुरुवारसमय-सूर्य उदय के एक घंटे
केतुदेव फलादेश 1 से 6 भाव मिथुन लग्न …
1.पहला भाव फल-बुरा,राशि-नीच,भाव अच्छा
2.दूसरा भाव फल-बुरा,राशि-शत्रु,भाव-अच्छा
3.तीसरा भाव फल-बुरा,राशि-शत्रु,भाव-बुरा
4.चौथा भाव फल-अच्छा,राशि-मित्र, भाव-अच्छा
5.पांचवां भाव फल-अच्छा,राशि-मित्र,भाव-अच्छा
6.छठा भाव फल-बुरा,राशि-उच्च,भाव-बुरा
लग्न कुंडली यानि जन्मकुंडली मे राहु और केतु देवता की