पिता का सही घर-‘Father’s right house’
‘पिता का सही घर’
दूसरा भाव :आपका परिवार दशम भाव :पिता का परिवार
बहुत सारे लोग दशम भाव को पिता का घर मान लेते है जो की सही नहीं है । उनकी यह गलत धारणा रहती है की माता का घर चौथा भाव है तो उसके सामने का दसवां घर पिता का भाव मान लिया जाता है ।यह ठीक नहीं है । इसके दो कारण है :-
पहला कारण :ऐसी कई कुंडलियां है जिनमे दशम भाव का स्वामी लग्नेश का अति शत्रु और विरोधी दल का है । जैसे :- मेष-सिंह-तुला-कुम्भ
इन सब लग्न कुंडलियों में दशम भाव का स्वामी विरोधी दल का है या लग्नेश का शत्रु होता है । लेकिन हर लग्न कुंडली में नवम भाव का स्वामी लग्नेश का अति मित्र या उसके ही दल का होता है ।अगर दशम भाव का स्वामी लग्नेश का शत्रु या विरोधी दल का हुआ तो इसका मतलब यह हुआ की पिता शत्रु हो गया जो की शास्त्रों के विपरीत है ।