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  • विदेश में हमेशा रहने का योग भाग-२

विदेश में हमेशा रहने का योग भाग-२

09 Aug

मेष लग्न अष्टम भाव में मंगलीक भंग योग-MESH LAGN ASTM BHAV MEIN MANGLIK BHANG YOGA

  • By Ashwani Jain
  • In मेष लग्न में मंगलीक भंग योग
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मेष लग्न में मंगलीक भंग योग  मेष लग्न की कुंडली में आठवें भाव में बैठा मंगल स्वराशि का होने के कारण मंगलीक भंग योग बनेगा क्यों की स्वराशि का मंगल बुरा प्रभाव को कम करके समान्य कर देता है ।
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08 Aug

वृष लग्न प्रथम भाव में मंगलीक भंग योग-VRISH LAGN PRATHM BHAV MEIN MANGLIK BHANG YOGA

  • By Ashwani Jain
  • In वृष लग्न में मंगलीक भंग योग
वृष लग्न में मंगलीक भंग योग – वृष लग्न में पहले भाव में मंगल देव हो तो मंगलीक भंग योग बनता है क्यों की पहले भाव में बैठा मंगल देवता की सातवीं दृष्टि अपने ही भाव पर पड़ती है जिस
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06 Aug

मांगलिक भंग योग-MANGLIK BHANG YOGA

  • By Ashwani Jain
  • In मांगलिक भंग योग-MANGLIK BHANG YOGA
manglik bhang yog
मांगलिक भंग योग अभी तक अपने सीखा की मांगलिक योग कैसे होता है लेकिन यह बात ध्यान देने योग्य है की कुछ कारणवश मांगलिक योग भंग भी हो जाता है । परन्तु अल्प-ज्ञानी ज्योतिष एवं पंडित मांगलिक योग का परिहार कैसे
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06 Aug

वृष लग्न द्वादश भाव में मंगलीक भंग योग-VRISH LAGN BAHRVEIN BHAV MEIN MANGLIK BHANG YOGA

  • By Ashwani Jain
  • In वृष लग्न में मंगलीक भंग योग
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वृष लग्न द्वादश भाव में मंगलीक भंग योग – वृष लग्न में अगर मंगल देवता द्वादश भाव में हो तो जातक/जातिका को मंगलीक नहीं माना जाता क्यों की मंगल देवता द्वादश में अपने ही घर पर बैठे है( स्वराशि
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01 Aug

शनि देव जी का ढैया कैसे देखें

  • By Ashwani Jain
  • In शनि देव जी का ढैया कैसे देखें
शनि देव जी का ढैया – जब गोचर का शनि जन्म कुंडली के चन्द्रमा से चौथे भाव या चौथी राशि में भ्रमण शुरू कर दे और आठवीं राशि में भ्रमण शुरू कर दे तो उस समय को शनि देव का
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31 Jul

विदेश में हमेशा रहने का योग भाग-१८

  • By Ashwani Jain
  • In विदेश में हमेशा रहने का योग-Permanent Foreign Settlement yoga
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अगर बाहरवें भाव का स्वामी चौथे भाव में हो तो विदेश में काम काज करने का योग बनता है। उदारहण कुंडली
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20 Jul

विदेश में हमेशा रहने का योग भाग-७

  • By Ashwani Jain
  • In विदेश में हमेशा रहने का योग भाग-७, विदेश में हमेशा रहने का योग-Permanent Foreign Settlement yoga
चौथे भाव मालिक जितना कमज़ोर होगा उतनी ही जल्दी विदेश में हमेशा रहने का योग बनता जायेगा। लग्न कुंडली
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18 Jul

मिथुन लग्न मे आठवें भाव मे मंगलीक भंग योग-

  • By Ashwani Jain
  • In मिथुन लग्न मे मंगलीक भंग योग
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मिथुन लग्न मे आठवें भाव मे मंगलीक भंग योग – मिथुन लग्न मे आठवें भाव मे बैठा मंगल मंगलीक नही माना जायेगा क्यों की आठवें भाव मे मंगल उच्च के हो जाते है जो की अच्छा फल देने बाध्य हो
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18 Jul

कर्क लग्न में चौथे भाव में मंगलीक भंग योग –

  • By Ashwani Jain
  • In कर्क लग्न में मंगलीक भंग योग
कर्क लग्न में चौथे भाव में मंगलीक भंग योग – कर्क लग्न की कुंडली में अगर मंगल देवता चौथे भाव में हो तो मंगलीक भंग योग बनता है क्यों की क्यों की मंगल ग्रह इस लग्न कुंडली में अति कारक
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14 Jul

मकर लग्न में पहले भाव में मंगलीक भंग योग –

  • By Ashwani Jain
  • In मकर लग्न में पहले भाव में मंगलीक भंग योग, मकर लग्न में मंगलीक भंग योग
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मकर लग्न में पहले भाव में मंगलीक भंग योग – मकर लग्न में मंगल देवता अगर पहले भाव में हो तो जातक मंगलीक नहीं होता क्यों की यहां पर मंगल ग्रह उच्च के हो होते है और रुचक नामक पंच
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17 Feb

कन्या लग्न में आठवें भाव में मंगलीक भंग योग-

  • By Ashwani Jain
  • In कन्या लग्न में मंगलीक भंग योग
कन्या लग्न में आठवें भाव में मंगलीक भंग योग- कन्या लग्न की कुंडली में अगर मंगल देवता आठवें भाव में हो तो मंगलीक भंग योग बनता है क्यों की मंगल ग्रह अपनी मूल त्रिकोण राशि में है।अगर लग्नेश बुध बलि
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11 Feb

पंच महापुरुष योग-PANCH MAHAPURUSH YOG

  • By Ashwani Jain
  • In पंच महापुरुष योग-PANCH MAHAPURUSH YOG
चार ग्रह जो की(सूर्य,चंद्र,राहु,केतु) पंचमहापुरुष योग नहीं बनाते।(पंचमहापुरुष योगों में नहीं आते)। और यह पांच ग्रह पंचमहापुरुष योग बनाते है- मंगल-( रुचक नामक पंचमहापुरुष योग ) बुध-( भद्र नामक पंचमहापुरुष योग ) गुरु-( हंस नामक पंचमहापुरुष योग ) शुक्र-( मालव्य नामक
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10 Feb

विदेश में हमेशा रहने का योग भाग-२

  • By Ashwani Jain
  • In विदेश में हमेशा रहने का योग भाग-२, विदेश में हमेशा रहने का योग-Permanent Foreign Settlement yoga
  अगर लग्न कुंडली में चौथे भाव में पापी ग्रह शनि,राहु,केतु,बैठे हो या क्रूर ग्रह सूर्य,मंगल कोई भी बैठा हो तो भी विदेश में रहने का योग बनता है । क्यों की क्रूर ग्रह इंसान को अलगवादी बना देता है।
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09 Feb

विदेश में हमेशा रहने का योग-1Permanent Foreign Settlement yoga-1

  • By Ashwani Jain
  • In विदेश में हमेशा रहने का योग-1, विदेश में हमेशा रहने का योग-Permanent Foreign Settlement yoga
अगर चौथे भाव का स्वामी बाहरवें भाव में हो और बाहरवें भाव का स्वामी चौथे भाव में हो तो भी हमेशा के लिए विदेश में रहने का योग बनता है। जैसे की इस लग्न कुंडली में बाहरवें घर का
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08 Feb

साढ़ेसाती कैसे देखें ?दूसरा ढैया

  • By Ashwani Jain
  • In JOSHI ASTRO GYAN GANGA GROUP, साढ़ेसाती के बारें में जरूरी बातें।, साढ़ेसाती कैसे देखें ?
जब गोचर के शनि देव जन्मकुंडली के चन्द्रमा की राशि पर ही भृमण करना शुरू कर दें तो वो साढ़ेसाती का बीच वाला ढैया होता है । उदाहरण-जैसे की जन्मलग्न कुंडली का चन्द्रमा मकर राशि में और गोचर के शनि
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08 Feb

साढ़ेसाती के बारें में कुछ जरूरी बातें।

  • By Ashwani Jain
  • In साढ़ेसाती के बारें में जरूरी बातें।
कुछ जरूरी पॉइंट साढ़ेसाती के लिए। १.कभी भी साढ़ेसाती नाम से और जन्म लग्न से कोई लेना देना नहीं । २.साढ़ेसाती सिर्फ जन्म कुंडली के चन्द्रमा से ही देखी जाती है । ३.जन्म कुंडली में शनि देव अगर योगकारक
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07 Feb

साढ़ेसाती के उपाय ~

  • By Ashwani Jain
  • In साढ़ेसाती के उपाय, साढ़ेसाती के बारें में जरूरी बातें।
साढ़ेसाती के उपाय ~ १.कर्म और चाल-चलन सही रखें । २.पीपल के नीचे दीपक जलाएं । ३.पीपल को पानी दें रविवार को छोड़ कर हर रोज़ । पीपल को पानी की जरूरत होती है दूध न दें क्यों की
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06 Feb

नीच भंग योग

  • By Ashwani Jain
  • In नीच भंग योग
नीच भंग योग परिभासा-नीच ग्रह बुरे फल देना कम कर देता लेकिन वो अच्छा फल नहीं देगा ।(बुरे फल में कमी और अच्छा फल देना दोनों बातों में बहुत बड़ा अंतर है ) नीच भंग योग तीन प्रकार के
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01 Feb

पंचमहापुरुष योग रुचक नामक

  • By Ashwani Jain
  • In जन्मकुंडली मे मंगल देव फलादेश, सिंह लग्न दशम भाव मे मंगल
मंगल दशम भाव मे सिंह लग्न दशम भाव-कर्म,व्यवसाय फल-बहुत अच्छा,दृष्टी-4,7,8 योगकारक-हाँ,योग-पंचमहापुरुष (रुचक नामक) राशि-वृष,भाव स्वामी-शुक्र, राशि तत्व-पृथ्वी,ग्रह रंग-लाल कारकेत्व-छोटे भाई,खून, पराक्रम,पुलिस,आर्मी,सरकारी अफसर,सेनापति,क्रोध, दुर्घटना,इंजिनियर,युद्ध मंगलीक-नहीं, मंत्र-ॐ भौमाय नमः
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24 Jan

राशि स्वामी,मूलत्रिकोण राशि,राशि तत्व,राशि की विशेषताएं

  • By Ashwani Jain
  • In ज्योतिष अर्क
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क्या आप जानते है?राशि के स्वामी कौन है?और उनकी मूल त्रिकोण राशि क्या है?राशि के तत्व क्या है?और राशि की क्या विशेषताएं है ?तो यहां मैंने सभी की राशि की विशेषताएं,स्वामी,मूल त्रिकोण,तत्व के बारे में बताया है जबकि यह
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