पुखराज रत्न कब धारण करें ?
उपयुक्त रत्न पुखराजसिंह लग्न की कुंडली मे 1,2,4,5,7,9,10,11 भावों अगर गुरु देव बैठे हो तो पुखराज रत्न धारण किया जा सकता है !धारण करने की विधि-धातु-सोना,पीतल, पक्ष-शुक्लऊँगली-तर्जनी,दिन-गुरुवारसमय-सूर्य उदय के एक घंटे
मेष-खर्चे कम होंगे विदेश मे रुका हुआ कार्य और तरक्की होने के चांस |
वृष-इच्छा पूरी होने के संकेत |
मिथुन-व्यवसाय मे लाभ |
कर्क-भाग्यउदय |
सिंह-स्वास्थ्य का ध्यान रखें |
कन्या-विवाह का योग, साझेदारी मे लाभ |
तुला-लड़ाई झगड़े
ज्योतिष का अर्थ प्रकाशित करना है। ज्यादातर व्यक्ति यह निर्णय लेने में असमर्थ है के वो व्यवसाय करे,नौकरी या दोनों ही तो ज्योतिष द्वारा हमे लग्न कुंडली देखकर यह जान सकते है की हमे व्यवसाय करना चाहिए या नौकरी