चैत्र नवरात्रि 2021
कुंभ लग्न अंगारक भंग योग
राहु और मंगल की युति से अगर अंगारक योग होता है तो अंगारक भंग योग भी बनता है बहुत कम जानकारों को इसका ज्ञान होता है!उदाहरण के तौर पर यहां पर कुम्भ लग्न वालों के
राहु मंगल की युति से अंगारक योग होता है तो अंगारक भंग योग भी बनता है बहुत कम जानकारों को इसका ज्ञान होता है!उदाहरण के तौर पर वृश्चिक लग्न वालों के लिए कहां-कहां राहु मंगल की युति स्तिथ हो तो
1.PEHLA BHAV -SELF RESULT-BETTER DRISHTIYAN-4-7-8 (SHUB) YOG -RUCHAK NAMAK PANCH MAHA PURUSH MANGLIK-NO YOGKARK-YES BHAV SWAMI-MANGAL,ON SIGN 2.DUSRA BHAV -VANI
गुरु 29-3-2020 को मकर राशि पर बुरा फल नही देंगे क्यों की –
नमस्कार दोस्तों मैं एस्ट्रोलॉजर अश्वनी जैन वैदिक ज्योतिष मे आपका स्वागत करता हुँ तो प्रिय दर्शकों मेरी कोशिश है आपको गोचर को सही तरीके से कैसे
दशम भाव मे बैठे शनि चंद्र विष योग बनाएंगे लेकिन यहां शनि नीच के होकर अति मारक हुए जो की बुरा फल देंगे और चंद्र देव की अच्छाई को भी कम करेंगे ! ध्यान दें अगर शनि नीच भंग
ग्यारहवें भाव मे बैठे शनि चंद्र दोनों ही विष योग बनाएंगे यहाँ दोनों ग्रह मारक है शनि देव नीच के होने की वजह से मारक हुए तो यहां दोनों ग्रह बुरा प्रभाव देंगे !
नीच के शनि देव शरीरिक
दशम भाव मे बैठे शनि और चंद्र विष योग बनाएंगे लेकिन ध्यान दें यहां बैठे शनि देव बुरा फल नहीं देंगे चंद्र देव देंगे जिनकी वजह से विष योग बनेगा !चंद्र देव शनि देव के अच्छे फल मे कमी
नवम भाव मे बैठे शनि चंद्र विष योग बनाएंगे !लेकिन ध्यान दे के शनि देव अति योगकारक और स्वराशि ग्रह होने के कारण बुरा फल नही देंगे !यहाँ सिर्फ चंद्र देव ही बुरा फल देंगे !
फल -चंद्र देव
विष योग मिथुन लग्न पार्ट-8
आठवें भाव मे बैठे शनि विपरीत राजयोग मे आएंगे लेकिन एक बात ध्यान देने योग्य है वो यही की कहीं शनि देव विपरीत राजयोग मे ना हो अगर शनि देव विपरीत राजयोग मे हो
विष योग मिथुन लग्न-6
लग्न मे बैठे शनि चंद्र छठे भाव मे विष योग बनाएंगे अवश्य लेकिन ध्यान दें की लग्नेश अगर बली हुआ तो शनि देव विपरीत राजयोग मे आएंगे तो बुरा फल नही देंगे अन्यथा विष योग
पंचम भाव मे बैठे शनि चंद्र दोनों ग्रह मिथुन लग्न मे विष बनाएंगे लेकिन चंद्र देवता इस लग्न कुंडली मे लग्नेश के अति शत्रु होने की वजह से विष योग का कारण बनेगें और शनि से अच्छे प्रभाव
चौथे भाव मे बैठे शनि चंद्र दोनों ग्रह मिथुन लग्न मे विष योग बनाएंगे लेकिन चंद्र देवता की वजह से यह योग बनेगा क्यों की चंद्र देवता लग्नेश के अति शत्रु होकर अति मारक ग्रह बने जिस वजह से विष
•मकर राशि पर शनि देव 24-1-2020•
24-1-2020 समय 9:56 को शनि महाराज मकर राशि मे विराजमान हो रहे है इस राशि मे शनि देव 17-1-2023 समय 17:07 तक रहेंगे !
शनि देव की साढ़ेसाती –
ज़ब गोचर के
तीसरे भाव मे बैठे दोनों ग्रह चंद्र, शनि मिथुन लग्न मे विष योग दोनों ही बनाएंगे क्यों की दोनों ग्रह इस लग्न कुंडली मे मारक है जिस कारण दोनों ग्रह बुरा फल देंगे !दोनों ग्रह अशुभ फल देंगे
मिथुन लग्न की कुंडली मे दूसरे भाव मे बैठे चंद्र और शनि देवता विष योग बनाएंगे लेकिन यहां समझने बात योग्य यही है की यहां विष योग बनने का कारण चंद्र देवता होंगे ना शनि देवता चंद्र देवता शनि
मेष लग्न की कुंडली मे चौथे भाव मे बैठे शनि देव और चंद्र देव विष योग नही बनाएंगे क्यों की यहाँ शनि देव चौथे भाव मे सम होकर बैठे है और चंद्र देवता अतियोगकारक होकर अपनी ही राशि मे बैठे
मेष लग्न की कुंडली मे तीसरे भाव मे बैठे शनि और चंद्र देव दोनों मारक होने के कारण विष योग बनाएंगे यहाँ पर दोनों ग्रह बुरा फल देंगे ! यहाँ दोनों का शनि और चंद्र का दान होगा.
फल -लग्न
मेष लग्न की कुंडली मे दूसरे भाव मे बैठे शनि देव और चंद्र देव विष योग नही बनाएंगे क्यों की यहाँ शनि देव दूसरे भाव मे सम होकर बैठे है और चंद्र देवता अतियोगकारक होकर उच्च के होकर बैठे है