*कर्म और बीमारियां* हम अक्सर लोगों को यह कहते हुए सुनते हैं, कि मैंने कभी कोई बुरा काम नहीं किया, फिर भी मैं बीमारियों से परेशान हूँ। ऐसा मेरे साथ क्यों हो रहा हैं ?
मीन लग्न अंगारक भंग योग
राहु और मंगल की युति से अगर अंगारक योग होता है तो अंगारक भंग योग भी बनता है बहुत कम जानकारों को इसका ज्ञान होता है!उदाहरण के तौर पर यहां पर मीन लग्न वालों के
कुंभ लग्न अंगारक भंग योग
राहु और मंगल की युति से अगर अंगारक योग होता है तो अंगारक भंग योग भी बनता है बहुत कम जानकारों को इसका ज्ञान होता है!उदाहरण के तौर पर यहां पर कुम्भ लग्न वालों के
मकर लग्न
राहु और मंगल की युति से अगर अंगारक योग होता है तो अंगारक भंग योग भी बनता है बहुत कम जानकारों को इसका ज्ञान होता है!उदाहरण के तौर पर यहां पर मकर लग्न वालों के लिए कहां-कहां राहु
राहु और मंगल की युति से अगर अंगारक योग होता है तो अंगारक भंग योग भी बनता है बहुत कम जानकारों को इसका ज्ञान होता है!उदाहरण के तौर पर यहां पर धनु लग्न वालों के लिए कहां-कहां राहु +मंगल की
राहु मंगल की युति से अंगारक योग होता है तो अंगारक भंग योग भी बनता है बहुत कम जानकारों को इसका ज्ञान होता है!उदाहरण के तौर पर वृश्चिक लग्न वालों के लिए कहां-कहां राहु मंगल की युति स्तिथ हो तो
राहु मंगल से अंगारक योग होता है तो अंगारक भंग योग भी बनता है बहुत कम जानकारों को इसका ज्ञान होता है!उदाहरण के तौर पर यहां पर सिंह लग्न वालों के लिए कहां-कहां राहु मंगल की युति स्तिथ हो तो
राहु मंगल से अंगारक योग होता है तो अंगारक भंग योग भी बनता है बहुत कम जानकारों को इसका ज्ञान होता है!उदाहरण के तौर पर कर्क लग्न वालों के लिए कहां-कहां राहु मंगल की युति स्तिथ हो तो अंगारक भंग
राहु मंगल से अंगारक योग होता है तो अंगारक भंग योग भी बनता है बहुत कम जानकारों को इसका ज्ञान होता है!उदाहरण के तौर पर मैंने मेष लग्न वालों के लिए कहां-कहां राहु मंगल की युति स्तिथ हो तो अंगारक
सबसे पहले आपको बता दूँ की राहु मंगल की युति अंगारक योग बनाती है ना की दोष क्यों की ग्रह कभी भी दोष नहीं बनाते जबकि योग बनाते है!22-2-2021 से लेकर 24-4-2021 तक राहु मंगल युति अंगारक योग बनाएगी!
ध्यान
कुम्भ लग्न की कुंडली मे 1,2,4,5,7,9,10,11 भावों अगर गुरु ग्रह बैठे हो तो पुखराज रत्न धारण किया जा सकता है !
धारण करने की विधि-
धातु-सोना,पीतल, पक्ष-शुक्ल
ऊँगली-तर्जनी,दिन-गुरुवार
समय-सूर्य उदय के एक घंटे के अंदर!
ध्यान दें-कुम्भ लग्न वाले मोती,माणिक
धनु लग्न की कुंडली मे 1,4,5,7,9,10,11 भावों अगर गुरु ग्रह बैठे हो तो पुखराज रत्न धारण किया जा सकता है !
धारण करने की विधि-
धातु-सोना,पीतल, पक्ष-शुक्ल
ऊँगली-तर्जनी,दिन-गुरुवार
समय-सूर्य उदय के एक घंटे के अंदर!
ध्यान दें-धनु लग्न वाले मोती,नीलम
वृश्चिक लग्न की कुंडली मे 1,2,4,5,7,9,10,11 भावों अगर गुरु ग्रह बैठे हो तो पुखराज रत्न धारण किया जा सकता है !
धारण करने की विधि-
धातु-सोना,पीतल, पक्ष-शुक्ल
ऊँगली-तर्जनी,दिन-गुरुवार
समय-सूर्य उदय के एक घंटे के अंदर!
ध्यान दें-वृश्चिक लग्न वाले पन्ना,ओपल
पुखराज रत्न
कन्या लग्न की कुंडली मे 1,2,4,7,9,10,11 भावों अगर गुरु देव बैठे हो तो पुखराज रत्न धारण किया जा सकता है !
धारण करने की विधि-
धातु-सोना,पीतल, पक्ष-शुक्ल
ऊँगली-तर्जनी,दिन-गुरुवार
समय-सूर्य उदय के एक घंटे के अंदर!
ध्यान दें-कन्या लग्न
उपयुक्त रत्न पुखराज
सिंह लग्न की कुंडली मे 1,2,4,5,7,9,10,11 भावों अगर गुरु देव बैठे हो तो पुखराज रत्न धारण किया जा सकता है !
धारण करने की विधि-
धातु-सोना,पीतल, पक्ष-शुक्ल
ऊँगली-तर्जनी,दिन-गुरुवार
समय-सूर्य उदय के एक घंटे के अंदर!
ध्यान दें-सिंह
इस वीडियो मे यह बताने की पूरी कोशिश की गई है की किसी कारणवश मांगलिक योग भंग भी हो जाता है । परन्तु अल्प-ज्ञानी ज्योतिष एवं पंडित मांगलिक योग का परिहार कैसे होता है जानते ही नहीं और लोगों
पुखराज रत्न
कर्क लग्न की कुंडली मे 1,2,4,5,9,10,11 भावों अगर गुरु देव बैठे हो तो पुखराज रत्न धारण किया जा सकता है !
धारण करने की विधि-
धातु-सोना,पीतल, पक्ष-शुक्ल
ऊँगली-तर्जनी,दिन-गुरुवार
समय-सूर्य उदय के एक घंटे के अंदर!
ध्यान दें-कर्क लग्न