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  • *कर्म और बीमारियां*

विदेश में हमेशा रहने का योग-Permanent Foreign Settlement yoga

17 Aug

विदेश में हमेशा रहने का योग भाग-८

  • By Ashwani Jain
  • In *कर्म और बीमारियां*, अंगारक भंग योग कर्क लग्न, विदेश में हमेशा रहने का योग भाग-८, विदेश में हमेशा रहने का योग-Permanent Foreign Settlement yoga
१.चर लग्न वालों का भी विदेश में हमेशा रहने का योग जल्दी बनता है। चर लग्न – (१,४,७,१०) २.स्थिर लग्न वालों का और द्विस्वभाव लग्न वालों का भी विदेश योग देरी से बनता है । स्थिर लग्न – (२,५,८,११) द्विस्वभाव
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16 Aug

विदेश में हमेशा रहने का योग भाग-९

  • By Ashwani Jain
  • In विदेश में हमेशा रहने का योग भाग-९, विदेश में हमेशा रहने का योग-Permanent Foreign Settlement yoga
लग्न का स्वामी और चौथे भाव का स्वामी चर राशि (१,४,७,१०) में चला जाये तो भी विदेश में जाने का योग जल्दी बन जाता है । उदाहरण कुंडली (लग्न का स्वामी)  
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14 Aug

विदेश में हमेशा रहने का योग भाग-१०

  • By Ashwani Jain
  • In विदेश में हमेशा रहने का योग भाग-१०, विदेश में हमेशा रहने का योग-Permanent Foreign Settlement yoga
सातवें भाव में शनि,राहु,केतु या पाप प्रभाव हो तो,तो भी विदेश में शादी का योग बनता है। उदाहरण कुंडली  
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13 Aug

विदेश में हमेशा रहने का योग भाग-११

  • By Ashwani Jain
  • In विदेश में हमेशा रहने का योग भाग-११, विदेश में हमेशा रहने का योग-Permanent Foreign Settlement yoga
बाहरवें भाव का मालिक का कोई कनेक्शन सातवें भाव से हो तो भी विदेश में शादी का योग बनता है। उदाहरण कुंडली
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12 Aug

विदेश में हमेशा रहने का योग भाग-१५

  • By Ashwani Jain
  • In विदेश में हमेशा रहने का योग भाग-१५, विदेश में हमेशा रहने का योग-Permanent Foreign Settlement yoga
दूसरे भाव का स्वामी अगर बाहरवें भाव में बैठा हो या फिर बाहरवें भाव से कोई भी सम्बन्ध हो,तो भी परिवार सहित विदेश में हमेशा रहने का योग बनता है। उदारहण कुंडली
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11 Aug

विदेश में हमेशा रहने का योग भाग-१७

  • By Ashwani Jain
  • In विदेश में हमेशा रहने का योग भाग-१७, विदेश में हमेशा रहने का योग-Permanent Foreign Settlement yoga
अगर बाहरवें भाव के स्वामी का सम्बन्ध पांचवें भाव में हो तो विदेश में पढ़ाई करने का या फिर पढ़ाई की मदद से विदेश यात्रा होती है।और जातक वहां हमेशा के लिए नागरिकता प्राप्त कर लेता है। उदारहण कुंडली
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31 Jul

विदेश में हमेशा रहने का योग भाग-१८

  • By Ashwani Jain
  • In विदेश में हमेशा रहने का योग-Permanent Foreign Settlement yoga
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अगर बाहरवें भाव का स्वामी चौथे भाव में हो तो विदेश में काम काज करने का योग बनता है। उदारहण कुंडली
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20 Jul

विदेश में हमेशा रहने का योग भाग-७

  • By Ashwani Jain
  • In विदेश में हमेशा रहने का योग भाग-७, विदेश में हमेशा रहने का योग-Permanent Foreign Settlement yoga
चौथे भाव मालिक जितना कमज़ोर होगा उतनी ही जल्दी विदेश में हमेशा रहने का योग बनता जायेगा। लग्न कुंडली
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10 Feb

विदेश में हमेशा रहने का योग भाग-२

  • By Ashwani Jain
  • In विदेश में हमेशा रहने का योग भाग-२, विदेश में हमेशा रहने का योग-Permanent Foreign Settlement yoga
  अगर लग्न कुंडली में चौथे भाव में पापी ग्रह शनि,राहु,केतु,बैठे हो या क्रूर ग्रह सूर्य,मंगल कोई भी बैठा हो तो भी विदेश में रहने का योग बनता है । क्यों की क्रूर ग्रह इंसान को अलगवादी बना देता है।
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09 Feb

विदेश में हमेशा रहने का योग-1Permanent Foreign Settlement yoga-1

  • By Ashwani Jain
  • In विदेश में हमेशा रहने का योग-1, विदेश में हमेशा रहने का योग-Permanent Foreign Settlement yoga
अगर चौथे भाव का स्वामी बाहरवें भाव में हो और बाहरवें भाव का स्वामी चौथे भाव में हो तो भी हमेशा के लिए विदेश में रहने का योग बनता है। जैसे की इस लग्न कुंडली में बाहरवें घर का
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05 Jan

विदेश में हमेशा रहने का योग भाग-३

  • By Ashwani Jain
  • In विदेश में हमेशा रहने का योग भाग-३, विदेश में हमेशा रहने का योग-Permanent Foreign Settlement yoga
शनि,राहु,केतु की महादशा-अन्तर्दशा में भी विदेश में रहने की मददगार साबित होती है। क्यों की यह सभी ग्रह विदेश में सेट होने या यात्रा के कारक माने जाते है। शनि देव की साढ़ेसाती या ढैया भी विदेश में सेट होने
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01 Jan

विदेश में हमेशा रहने का योग भाग-४

  • By Ashwani Jain
  • In विदेश में हमेशा रहने का योग भाग-४, विदेश में हमेशा रहने का योग-Permanent Foreign Settlement yoga
अगर लग्नेश (लग्न का मालिक ) बाहरवें भाव में चला जाये तो भी विदेश में रहने का योग बनता है। उदाहरण कुंडली लेकिन चौथा भाव जरूर देखें अगर चौथा भाव स्वराशि का हो तो विदेश में रहने का योग
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01 Jan

विदेश में हमेशा रहने का योग भाग-६

  • By Ashwani Jain
  • In विदेश में हमेशा रहने का योग भाग-६, विदेश में हमेशा रहने का योग-Permanent Foreign Settlement yoga
बाहरवें भाव का मालिक अगर दसवें भाव में पड़ा हो तो भी उसकी महादशा या अन्तर्दशा में विदेश में रहने का और वहां काम काज करने का योग बनता है क्यों की बाहरवें भाव का मालिक दसवें भाव में बैठकर
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01 Jan

विदेश में हमेशा रहने का योग भाग-५

  • By Ashwani Jain
  • In विदेश में हमेशा रहने का योग भाग-५, विदेश में हमेशा रहने का योग-Permanent Foreign Settlement yoga
अगर चौथे भाव का मालिक छठे भाव में चला जाये तो भी विदेश में हमेशा रहने का योग बनता है। उदारहण कुंडली
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01 Jan

विदेश में हमेशा रहने का योग भाग-१९

  • By Ashwani Jain
  • In विदेश में हमेशा रहने का योग भाग-१९, विदेश में हमेशा रहने का योग-Permanent Foreign Settlement yoga
अगर बारहवें भाव का स्वामी छठे भाव में हो और छठे भाव का स्वामी बारहवें भाव में हो तो विदेश में नौकरी करने का योग बनता है। उदाहरण कुंडली  
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01 Jan

विदेश में हमेशा रहने का योग भाग-१३

  • By Ashwani Jain
  • In विदेश में हमेशा रहने का योग भाग-१३, विदेश में हमेशा रहने का योग-Permanent Foreign Settlement yoga
अगर नौवें भाव का मालिक बाहरवें भाव में बैठा हो या कोई भी कनेक्शन हो तो भी उसकी महादशा-अंतरदशा में विदेश में जाने का या हमेशा रहने का योग बनता है और धार्मिक विदेश यात्रा का भी योग बनता है।
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01 Jan

विदेश में हमेशा रहने का योग भाग-१६

  • By Ashwani Jain
  • In विदेश में हमेशा रहने का योग भाग-१६, विदेश में हमेशा रहने का योग-Permanent Foreign Settlement yoga
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अगर पांचवें भाव के स्वामी का सम्बन्ध बाहरवें भाव से हो तो विदेश में पढ़ाई करने का या फिर पढ़ाई की मदद से विदेश यात्रा होती है ।और जातक वहां हमेशा के लिए नागरिकता प्राप्त कर लेता है।
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01 Jan

विदेश में हमेशा रहने का योग भाग-१२

  • By Ashwani Jain
  • In विदेश में हमेशा रहने का योग भाग-१२, विदेश में हमेशा रहने का योग-Permanent Foreign Settlement yoga
अगर चौथे भाव का मालिक बाहरवें भाव में बैठा हो और बाहरवें भाव का मालिक दसवें भाव में बैठा हो तो भी विदेश में जाकर काम काज करने का योग बनता है। उदाहरण कुंडली
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01 Jan

विदेश में हमेशा रहने का योग भाग-१४

  • By Ashwani Jain
  • In विदेश में हमेशा रहने का योग भाग-१४, विदेश में हमेशा रहने का योग-Permanent Foreign Settlement yoga
बाहरवें भाव का स्वामी अगर दूसरे भाव में बैठा हो या फिर दूसरे भाव से कोई भी सम्बन्ध हो तो परिवार सहित विदेश में हमेशा रहने का योग बनता है। उदारहण कुंडली
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01 Jan

विदेश में हमेशा रहने का योग भाग-२०

  • By Ashwani Jain
  • In विदेश में हमेशा रहने का योग भाग-२०, विदेश में हमेशा रहने का योग-Permanent Foreign Settlement yoga
विदेश में हमेशा रहने-नौकरी-कामकाज-पढ़ाई-यात्रा का योग देखने के कुछ जरूरी बातें ध्यान में रखें । १.ग्रहों का बलाबल और डिग्री । २.ग्रहों की महादशा और अन्तर-दशा । ३.चौथे भाव के स्वामी का बलाबल जितना कम होगा उतना जल्दी ही विदेश
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