सूर्य दशम भाव मेष लग्न
सूर्य दशम भाव मेष लग्न
दशम भाव-व्यापार,फल-बहुत अच्छा,
दृष्टी-7,योगकारक-हाँ
राशि-मकर,राशि स्वामी-शनि,
ग्रह रंग-संतरी,राशि तत्व-पृथ्वी,
शनि दशम भाव मेष लग्न
दशम भाव-व्यापार,फल-बहुत अच्छा,
दृष्टी-3,7,10,योगकारक-सम
राशि-मकर,राशि स्वामी-शनि,
ग्रह रंग-काला,राशि तत्व-पृथ्वी,
कारकेत्व-काला उड़द, तेल, नीलम,काले तिल,लोहा तथा लोहे,काला कपड़ा, सुरमा,लेबर,मशीनरी, मैन्युफैक्चरिंग,एसिड,सफाई कर्मचारी,चमडा़, दासी,पुरानी विद्या !
मंत्र-ॐ शनये नमः
जन्मकुंडली मे शुक्र देव फलादेश
शुक्र दशम भाव मेष लग्न
दशम भाव-व्यापार,फल-बुरा,
दृष्टी-7,योगकारक-नहीं
राशि-मकर,राशि स्वामी-शनि,
ग्रह रंग-सफ़ेद,राशि तत्व-पृथ्वी,
कारकेत्व-पत्नी, भोग विलास, गाड़ी,पर्सनालिटी,सुख सुविधायों सम्बन्धित,गुप्त रोग,खुशबु, ऐश्वर्य,प्रेम, सेक्स
मंत्र-ॐ शुक्राय नमः
रत्न-ओपल,हीरा
ध्यान दें-मेष लग्न मे शुक्र का रत्न नहीं पहना
गुरु दशम भाव मेष लग्न
गुरु दशम भाव मेष लग्न
दशम भाव-व्यापार,फल-बहुत बुरा,दृष्टी-5,7,9योगकारक-नहीं
राशि-मकर,राशि स्वामी-शनि,
ग्रह रंग-पीला,राशि तत्व-पृथ्वी,
स्तिथि-नीच
कारकेत्व-ज्ञान,बडे भाई,चर्बी,विद्या,संतान,बुजुर्ग,पुरोहित,सरकारी नौकरी,पेट,लिवर, धर्मस्थान,गुरु, रत्न-पुखराज
मंत्र-ॐ गुरुवे नमः
बुध दशम भाव मेष लग्न
दशम भाव-व्यापार,फल-बुरा, दृष्टी-7,योगकारक-नहीं
राशि-मकर,राशि स्वामी-शनि,
ग्रह रंग-हरा,राशि तत्व-पृथ्वी,
कारकेत्व-बहन,बुआ,मासी,चमड़ी,वाणी,व्यवसाय
मंत्र-ॐ बुधाय नम:
रत्न-मेष लग्न की कुंडली मे पन्ना रत्न धारण नहीं करना चाहिए !
मंगल पहले भाव मे कन्या लग्न
पहला भाव -शरीर,स्वभाव
फल-बुरा,दृष्टीयां-4, 7, 8, मांगलिक-हाँ,
योगकारक-नहीं,
भाव स्वामी-बुध,राशि तत्व-पृथ्वी
राशि-कन्या,ग्रह रंग-लाल
कारकेत्व-छोटे भाई,खून, पराक्रम,पुलिस,आर्मी,सरकारी अफसर,सेनापति,क्रोध, दुर्घटना,इंजिनियर,युद्ध
मंत्र-ॐ भौमाय नमः
चंद्र नवम भाव मेष लग्न
नवम भाव-भाग्य,फल-अच्छा, दृष्टी-7,योगकारक-हाँ
राशि-धनु,राशि स्वामी-गुरु,
ग्रह रंग-सफ़ेद,राशि तत्व-अग्नि,
कारकेत्व-माता,मन, सफ़ेद खून,फेफड़े,सर्दी जुकाम,मिर्गी,दिमागी परेशानी,ज्योतिष,जल, अस्थमा !
सूर्य नवम भाव मेष लग्न
नवम भाव-भाग्य,फल-अच्छा, दृष्टी-7,योगकारक-हाँ
राशि-धनु,राशि स्वामी-गुरु,
ग्रह रंग-संतरी,राशि तत्व-अग्नि,
कारकेत्व-आत्मकारक,संचालन,तेज,प्रज्ञाशक्ति,हदय,सत्ता,वैभव,नेत्र,अग्नि,राजा,हड्डियां
मंत्र ॐ आदित्य नमः
शनि चौथे भाव मे मेष लग्न
चौथा भाव-माता सुख
फल-अच्छा बुरा दोनो, दृष्टी-3,7,10
योगकारक-सम,रत्न-नीलम
राशि-कर्क,भाव स्वामी-चंद्र,
राशि तत्व-जल,ग्रह रंग-काला
योग-कोई नहीं,कारक भाव-नहीं
कारकेत्व-काला उड़द, तेल, नीलम,काले तिल,लोहा तथा लोहे,काला कपड़ा, सुरमा,लेबर,मशीनरी, मैन्युफैक्चरिंग,एसिड,सफाई कर्मचारी,चमडा़, दासी,पुरानी विद्या !
मंत्र-ॐ शनये नमः
शुक्र चौथे भाव मे मेष लग्न
चौथा भाव-माता सुख
फल-बुरा,दृष्टी-7,
योगकारक-नहीं
राशि-कर्क,भाव स्वामी-चंद्र,
राशि तत्व-जल,ग्रह रंग-सफ़ेद
योग-कोई नहीं,कारक भाव-नहीं
कारकेत्व-पत्नी, भोग विलास, गाड़ी,पर्सनालिटी,सुख सुविधायों सम्बन्धित,गुप्त रोग,खुशबु, ऐश्वर्य,प्रेम, सेक्स
मंत्र-ॐ शुक्राय नमः
रत्न-ओपल
पंचमहापुरुष योग
गुरु चौथे भाव मे मेष लग्न
चौथा भाव-माता सुख
फल-बहुत अच्छा,दृष्टी-5,7,9
योगकारक-हाँ,स्तिथि-उच्च
राशि-कर्क,भाव स्वामी-चंद्र
राशि तत्व-जल,ग्रह रंग-पीला
योग-हँस पंचमहापुरुष
बुध चौथे भाव मे मेष लग्न
चौथा भाव-माता सुख
फल-बुरा,दृष्टी-7
योगकारक-नहीं,कारक भाव-हाँ
राशि-कर्क,भाव स्वामी-चंद्र
राशि तत्व-जल,ग्रह रंग-हरा
कारकेत्व-बहन,बुआ,मासी,चमड़ी,वाणी,व्यवसाय
मंत्र-ॐ बुधाय नम:
रत्न-मेष लग्न मे पन्ना नहीं पहना जाता क्यों की बुध मारक होता है, मंगल का अति शत्रु भी