दीपावली पर प्रमुख नगरों के लिए महालक्ष्मी पूजन मुहूर्त
14/11/2020 दिन शनिवार
महालक्ष्मी पूजन प्रदोष काल मे किये जाने विधान है प्रदोष काल सूर्यास्त के पश्चात 1 घंटे का लिया गया है !इसके इलावा आधुनिक ज्योतिष मे महालक्ष्मी पूजन स्थिर
दिवाली पर कुछ खास उनके उपाय जिनके ग्रहों से हमें बहुत डराया जाता है
जैसे की शनि,राहु और केतु !जिसकी भी लग्न कुंडली मे शनि, राहु केतु नीच के और मारक हो या 6,8,12 भाव मे बैठे हो या फिर
शुभ प्रभात,ॐ गुरुवे नमः
आज का दिन शुभ संवत -2077,तारीख 29-10-2020,
दिन-गुरुवार,चंद्र राशि-मीन,तिथि-त्रयोदशी,पक्ष-शुक्ल
नक्षत्र-उत्तरभाद्रपदा,राहु काल-13:32 से 14:55
अभिजीत-11:48 से 12:32
आप का दिन शुभ हो !
शुभ प्रभात,जय श्री कृष्णा
आज का दिन शुभ संवत -2077,तारीख 28-10-2020,
दिन-बुधवार,चंद्र राशि-मीन,तिथि-द्रादर्शी,पक्ष-शुक्ल
नक्षत्र-पूर्वभाद्रपदा,राहु काल-12:10 से 13:33
ॐ नमो भगवते वासुदेवाय नमः
आप का दिन शुभ हो !
शुभ प्रभात,जय माता दी
आज का दिन शुभ संवत -2077
तारीख 25-10-2020,
दिन-रविवार,चंद्र राशि-मकर 15:30तक
तिथि-नवमी7:41 तक,पक्ष-शुक्ल
नक्षत्र-आश्विन
राहु काल-16:20 से 17:43
अभिजीत-11:48से 12:33
ॐ आदित्य नमः
आप का दिन शुभ हो !
शुभ प्रभात
जय माता दी
आज का दिन शुभ संवत -2077
तारीख 24-10-2020,
दिन-शनिवार,चंद्र राशि-मकर
तिथि-अष्ट्मी 6:58,पक्ष-शुक्ल
नक्षत्र-श्रवण
राहु काल-9:24 से 10:47
अभिजीत-11:48से 12:33
ॐ शनये नमः
आप का दिन शुभ हो !
राहुदेव फलादेश वृश्चिक लग्न 7 से 12 भाव
लग्न कुंडली यानि जन्मकुंडली मे राहु और केतु देवता की कोई भी स्वराशि नहीं होती,राहु और केतु देवता मित्र राशि या उच्च हों और अच्छे भाव मे बैठे हो तो अच्छा फल
कार्तिक मास,उपाय,और फलादेश
कार्तिक मास 18-10-2020 से 21-11-2020 तक !
जन्मकुंडली मे ज़ब सूर्य देव तुला राशि या नीच के हो तो उस जातक को कार्तिक की पूजा या सूर्य देव के दान अवश्य करने चाहिए,ज़बकी लग्न कुंडली मे सूर्य
राहुदेव 7 से 12 भाव कन्या लग्न
लग्न कुंडली यानि जन्मकुंडली मे राहु और केतु देवता की कोई भी स्वराशि नहीं होती,राहु और केतु देवता मित्र राशि या उच्च हों और अच्छे भाव मे बैठे हो तो अच्छा फल देंगे
राहुदेव फलादेश 1 से 6 भाव कन्या लग्न
1.पहला भाव फल-अच्छा, राशि -मित्र,भाव अच्छा
2.दूसरा भाव फल-अच्छा,राशि-मित्र,भाव-अच्छा
3.तीसरा भाव फल-बुरा,राशि-नीच,भाव-बुरा
4.चौथा भाव फल-बुरा,राशि-नीच,भाव-अच्छा
5.पांचवां भाव फल-अच्छा,राशि-मित्र,भाव-अच्छा
6.छठा भाव फल-बुरा,राशि-मित्र,भाव-बुरा
लग्न कुंडली यानि जन्मकुंडली मे राहु और केतु देवता की
गोचर कैसे देखें? राहु-केतु 23-9-2020
आज हम बात करते है गोचर के राहु केतु के बारे मे जो की 23 सितम्बर 2020 को वक्री होकर वृष और वृश्चिक राशि उच्च के होकर आ रहें है जो की 12 अप्रैल 2022
केतुदेव फलादेश 7 से 12 भाव कर्क लग्न…
7.सातवां भाव फल-अच्छा,राशि-मित्र,भाव-अच्छा
8.आठवां भाव फल-बुरा,राशि-मित्र,भाव-बुरा
9.नवम भाव फल-बुरा,राशि-शत्रु,भाव-अच्छा
10.दशम भाव फल-बुरा,राशि-शत्रु,भाव-अच्छा
11.ग्यारहवां भाव फल-बूरा,राशि-नीच,भाव-अच्छा
12.बारहवां भाव फल-बुरा,राशि-नीच,भाव-बुरा
अक्सर हमें केतु देवता से डराया जाता है लेकिन ऐसा नहीं है !
लग्न
केतुदेव फलादेश 1 से 6 भाव कर्क लग्न
अक्सर हमें केतु देवता से डराया जाता है लेकिन ऐसा नहीं है !
1.पहला भाव फल-बुरा,राशि-शत्रु,भाव अच्छा
2.दूसरा भाव फल-बुरा,राशि-शत्रु,भाव-अच्छा
3.तीसरा भाव फल-बुरा,राशि-मित्र,भाव-बुरा
4.चौथा भाव फल-अच्छा,राशि-मित्र, भाव-अच्छा
5.पांचवां भाव फल-अच्छा,राशि-उच्च,भाव-अच्छा
6.छठा भाव
अक्सर हमें राहु देवता से डराया जाता है लेकिन ऐसा नहीं है !
राहुदेव फलादेश 7 से 12 भाव कर्क लग्न..
7.सातवां भाव फल-अच्छा,राशि-मित्र,भाव-अच्छा
8.आठवां भाव फल-बुरा,राशि-मित्र,भाव-बुरा
9.नवम भाव फल-बुरा,राशि-शत्रु,भाव-अच्छा
10.दशम भाव फल-बुरा,राशि-शत्रु,भाव-अच्छा
11.ग्यारहवां भाव फल-अच्छा,राशि-उच्च,भाव-अच्छा
12.बारहवां भाव फल-बुरा,राशि-उच्च,भाव-बुरा
राहुदेव फलादेश 1 से 6 भाव कर्क लग्न…
1.पहला भाव फल-बुरा,राशि-शत्रु,भाव अच्छा
2.दूसरा भाव फल-बुरा,राशि-शत्रु,भाव-अच्छा
3.तीसरा भाव फल-बुरा,राशि-मित्र,भाव-बुरा
4.चौथा भाव फल-अच्छा,राशि-मित्र, भाव-अच्छा
5.पांचवां भाव फल-अच्छा,राशि-नीच,भाव-अच्छा
6.छठा भाव फल-बुरा,राशि-नीच,भाव-बुरा
लग्न कुंडली यानि जन्मकुंडली मे राहु और केतु देवता की कोई
केतुदेव फलादेश 7 से 12 भाव मिथुन लग्न…
7.सातवां भाव फल-अच्छा,राशि-उच्च,भाव-अच्छा
8.आठवां भाव फल-बुरा,राशि-मित्र,भाव-बुरा
9.नवम भाव फल-अच्छा,राशि-मित्र,भाव-अच्छा
10.दशम भाव फल-बुरा,राशि-शत्रु,भाव-अच्छा
11.ग्यारहवां भाव फल-बुरा,राशि-शत्रु,भाव-अच्छा
12.बारहवां भाव फल-बुरा,राशि-नीच,भाव-बुरा
केतुदेव फलादेश 1 से 6 भाव मिथुन लग्न …
1.पहला भाव फल-बुरा,राशि-नीच,भाव अच्छा
2.दूसरा भाव फल-बुरा,राशि-शत्रु,भाव-अच्छा
3.तीसरा भाव फल-बुरा,राशि-शत्रु,भाव-बुरा
4.चौथा भाव फल-अच्छा,राशि-मित्र, भाव-अच्छा
5.पांचवां भाव फल-अच्छा,राशि-मित्र,भाव-अच्छा
6.छठा भाव फल-बुरा,राशि-उच्च,भाव-बुरा
लग्न कुंडली यानि जन्मकुंडली मे राहु और केतु देवता की
बुधदेव फलादेश वृष लग्न 5 से 8 भाव…
5.पांचवां भाव-संतान,विद्या,प्रेम-प्रसंग
फल-बहुत अच्छा,योगकारक-हाँ
राशि-कन्या,भाव स्वामी-बुध,
राशि तत्व-पृथ्वी,दृष्टी-सातवीं
अवस्था-उच्च,ग्रह रंग-हरा
6.छठा भाव-शत्रु,कोर्ट केस,लड़ाई-झगड़ा
फल-बुरा,राशि-तुला,
भाव स्वामी-शुक्र,राशि तत्व-वायु,
7.सातवां भाव-पत्नी,रोजीरोजगार,
पार्टनरशिप,विवाह सुख,
फल-अच्छा,राशि-वृश्चिक,भाव स्वामी-मंगल,राशि तत्व-जल
8.आठवां भाव-मृत्यु,गुप्त ज्ञान,ससुराल,
फल-बुरा,राशि-धनु,राशि स्वामी-गुरु,राशि तत्व-अग्नि\
रत्न-ध्यान दें
चंद्र दशम भाव मेष लग्न
दशम भाव-व्यापार,फल-बहुत अच्छा,
दृष्टी-7,योगकारक-हाँ
राशि-मकर,राशि स्वामी-शनि,