धनु लग्न की कुंडली मे 1,4,5,7,9,10,11 भावों अगर गुरु ग्रह बैठे हो तो पुखराज रत्न धारण किया जा सकता है !
धारण करने की विधि-
धातु-सोना,पीतल, पक्ष-शुक्ल
ऊँगली-तर्जनी,दिन-गुरुवार
समय-सूर्य उदय के एक घंटे के अंदर!
ध्यान दें-धनु लग्न वाले मोती,नीलम
वृश्चिक लग्न की कुंडली मे 1,2,4,5,7,9,10,11 भावों अगर गुरु ग्रह बैठे हो तो पुखराज रत्न धारण किया जा सकता है !
धारण करने की विधि-
धातु-सोना,पीतल, पक्ष-शुक्ल
ऊँगली-तर्जनी,दिन-गुरुवार
समय-सूर्य उदय के एक घंटे के अंदर!
ध्यान दें-वृश्चिक लग्न वाले पन्ना,ओपल
वृष लग्न मे ग्यारहवें भाव मे बैठे शनि और चंद्र देव विष योग बनाएंगे लेकिन यहां चंद्र देवता जी की वजह से विष योग बनेगा, चंद्र देवता यहां बुरा फल देंगे और शनि देव जी के अच्छे फल को