शनि चौथे भाव मे मेष लग्न
चौथा भाव-माता सुख
फल-अच्छा बुरा दोनो, दृष्टी-3,7,10
योगकारक-सम,रत्न-नीलम
राशि-कर्क,भाव स्वामी-चंद्र,
राशि तत्व-जल,ग्रह रंग-काला
योग-कोई नहीं,कारक भाव-नहीं
कारकेत्व-काला उड़द, तेल, नीलम,काले तिल,लोहा तथा लोहे,काला कपड़ा, सुरमा,लेबर,मशीनरी, मैन्युफैक्चरिंग,एसिड,सफाई कर्मचारी,चमडा़, दासी,पुरानी विद्या !
मंत्र-ॐ शनये नमः