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ज्योतिष अर्क

30 Jul

ग्रह की महादशा और अंतर्दशा का समय-Planetary mood and interval time

  • By Ashwani Jain
  • In ज्योतिष अर्क
ग्रह की महादशा और अंतर्दशा दशा का समय -: ग्रह -महादशा का समय केतु -७ साल शुक्र -२० साल सूर्य -६ साल मंगल -७ साल राहु -१८ साल गुरु – १६ साल शनि -१९ साल बुध -१७ साल हरेक के
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29 Jul

सौम्य और क्रूर ग्रह- Benign and cruel planet

  • By Ashwani Jain
  • In ज्योतिष अर्क
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सौम्य और क्रूर ग्रह -: सौम्य ग्रह – क्रूर ग्रह चंद्र             सूर्य बुध             मंगल गुरु             शनि शुक्र            राहु केतु अपने-अपने
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28 Jul

ग्रहों का षड़बल-:

  • By Ashwani Jain
  • In ग्रहों का षड़बल, ज्योतिष अर्क
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ग्रहों का षड़बल-: १.स्थान बल २.काल बल ३.चेष्ट बल ४.दिग बल ५.दृग बल ६.आयान बल जैसे इंसान दो पावों पर चलता है वैसे ही षड़बल और अंशमात्र (डिग्री) बलाबल के अनुसार ही ग्रह अपना फल देता है। दोनों में से
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27 Jul

ग्रहों के रंग-Colour of Planet

  • By Ashwani Jain
  • In ज्योतिष अर्क
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ग्रहों के रंग-: ग्रह -रंग सूर्या-संतरी चंद्र -सफ़ेद मंगल -लाल बुध -हरा गुरु -पीला शुक्र -चमकीला सफ़ेद शनि -काला राहु -नीला केतु -भूरा नोट -आपकी लग्न कुंडली में जो भी ग्रह योगकारक हो उनका रंग पहनने से उनका बल और
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26 Jul

ग्रहों की दृष्टियां –

  • By Ashwani Jain
  • In ज्योतिष अर्क
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ग्रहों की दृष्टियां – ग्रहो की दृष्टियों को जानने से पहले यह जानना होगा की इन दृष्टियों को इस विद्या में क्या अर्थ है? असल में दृष्टियों का अर्थ यही समझा जाता है की किसी भी चीज़ को नेत्रों से
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25 Jul

वक्रीय ग्रह-अस्त ग्रह

  • By Ashwani Jain
  • In ज्योतिष अर्क
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वक्रीय ग्रह-: परिभाषा-सभी ग्रह अपनी चल चलते-चलते वक्रीय होते है। सूर्य और चंद्र कभी भी वक्रीय नहीं होते और राहु केतु सदैव वक्रीय रहते है।जब कोई लग्न कुंडली में ग्रह वक्रीय होता है तो उसके परिणाम तीन गुना बढ़ जाता
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24 Jul

ग्रह और ग्रहों के देवता-Gods of planets and planets

  • By Ashwani Jain
  • In ग्रह और ग्रहों के देवता, ज्योतिष अर्क
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ग्रह और ग्रहों के देवता ग्रह -ग्रहों के देवता सूर्य -ब्रह्मा देवता चंद्र -शिवजी,शेरांवाली माता मंगल -हनुमान देवता,बजरंग बलि बुध -दुर्गा माता (कंजक) गुरु -विष्णु देवता शुक्र -वैभव लक्ष्मी,संतोषी माता,लक्ष्मी माता शनि -कृष्ण देवता,कान्हा देवता राहु -भैरव जी,शिवजी केतु -गणेश
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23 Jul

गंडमूल नक्षत्र-Gandmul nakshatra

  • By Ashwani Jain
  • In ज्योतिष अर्क
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गंडमूल नक्षत्र -: अश्विनी अश्लेषा मघा मुला ज्येष्ठा रेवती अगर दशा का प्रारम्भ केतु की दशा या बुध की दशा से होता है तो बच्चा गंडमूल में पैदा होता है ।
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16 Jul

ज्योतिष के सूत्र-ASTROLOGY FORMULA

  • By Ashwani Jain
  • In ज्योतिष अर्क
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१.जल प्रवाह २.दान पुण्य ४.पाठ-पूजन ५.रत्न धारण १.जल प्रवाह- यदि कोई भी ज्योतिष या विद्वान कोई भी वस्तु जल प्रवाह करने के लिए कहता है तो इसका अर्थ यही है जिस ग्रह सम्बंधित वह वस्तु है,उस वस्तु को पानी में डालने
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13 Jul

पिता का सही घर-‘Father’s right house’

  • By Ashwani Jain
  • In ज्योतिष अर्क
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‘पिता का सही घर’ दूसरा भाव :आपका परिवार                               दशम भाव :पिता का परिवार बहुत सारे लोग दशम भाव को पिता का घर मान लेते है
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11 Jul

PLANET-ग्रह -:

  • By Ashwani Jain
  • In ज्योतिष अर्क
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ग्रह -: हमारे सौर मंडल में अनगणित ग्रह है। हमारे शरीर में जिन ९ ग्रहों का प्रभाव पड़ता है,ज्योतिष शास्त्र में उन्ही नौ ग्रहों का अध्यन किया है जो इस प्रकार है :- १.सूर्य             
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10 Jul

ग्रहों के कारकत्व-Planetary Factors

  • By Ashwani Jain
  • In ज्योतिष अर्क
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                        ग्रहों के कारकत्व-: सूर्य देवता -पिता,सरकारी नौकरी,आत्मा,मान -यश,जीव,दिल,हड्डी,शासन का भी कारक है। चंद्र देवता -मन,माता,तरलता,मन के भाव,भावुकता अशांत मन,सबसे तेज़ चलने वाला ग्रह,मानसिक का भी कारक है। मंगल
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10 Jul

ग्रहों की उच्च,नीच,और स्व राशि की परिभाषा-Definition of planetary high, low, and on sign

  • By Ashwani Jain
  • In ज्योतिष अर्क
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                                                         ग्रहों की उच्च,नीच,और स्व राशि :– उच्च ग्रह की परिभाषा –:जब कोई
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10 Jul

ग्रहों के कारक भाव-:

  • By Ashwani Jain
  • In BEST ATROLOGER, ज्योतिष अर्क
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ग्रहों के कारक भाव-:                            कारक भाव वह भाव होता है जिसमे एक अच्छा ग्रह अच्छे फल देने के लिए बाध्य होता है और बुरा       
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24 Jan

राशि स्वामी,मूलत्रिकोण राशि,राशि तत्व,राशि की विशेषताएं

  • By Ashwani Jain
  • In ज्योतिष अर्क
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क्या आप जानते है?राशि के स्वामी कौन है?और उनकी मूल त्रिकोण राशि क्या है?राशि के तत्व क्या है?और राशि की क्या विशेषताएं है ?तो यहां मैंने सभी की राशि की विशेषताएं,स्वामी,मूल त्रिकोण,तत्व के बारे में बताया है जबकि यह
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01 Jan

Degree of planet-ग्रहों के अंश

  • By Ashwani Jain
  • In ज्योतिष अर्क
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ग्रहों के अंश अंश              फल देने की क्षमता ०°-६°                      २५% ६°-१२°                    ५०% १२°-१८°     
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01 Jan

ग्रह-उच्च,नीच,स्व:राशि-चार्ट

  • By Ashwani Jain
  • In JOSHI ASTRO GYAN GANGA GROUP, ज्योतिष अर्क, स्व:राशि-चार्ट
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ग्रह            उच्च            नीच            स्व:राशि सूर्य            १,मेष          ७,तुला        ५,सिंह चंद्र       
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01 Jan

Elements of planets,planets gender of determination-ग्रहों के तत्व, ग्रहों के लिंग निर्धारण

  • By Ashwani Jain
  • In JOSHI ASTRO GYAN GANGA GROUP, ज्योतिष अर्क
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ग्रहों के तत्व -: ग्रह                      तत्व सूर्य,मंगल            अग्नि शुक्र,चंद्र              जल बुध                 
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01 Jan

PARTS OF BODY-शरीर के अंग

  • By Ashwani Jain
  • In ज्योतिष अर्क
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शरीर के अंग  पहला भाव -चेहरा,सिर,बाल दूसरा भाव -गला,वाणी,गर्दन,कंठ तीसरा भाव -बाजू चौथा भाव -छाती पांचवा भाव -पेट छठा भाव -पीठ सातवां भाव -सेक्स आठवां भाव -कमर नौवां भाव -जाँघे दसवां भाव -घुटने ग्यारहवां भाव -पिंडली बाहरवां भाव -पैर,पांव
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01 Jan

भाव विस्लेषण

  • By Ashwani Jain
  • In ज्योतिष अर्क
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भाव विस्लेषण पहला भाव – प्रवृत्ति,स्वाभाव,शरीर की बनावट,चेहरा,व्यव्हार,चरित्र,जीवन की शुरुआत,स्वास्थय,प्रसन्नता,सवंय का व्यक्तित्व। दूसरा भाव -धन,परिवार,वाणी,कुटुम्ब,फाइनेंस । तीसरा भाव -पराक्रम,परिश्रम,छोटे भाई-बहन,छोटी यात्राएं,बाहुबल,मित्रगण,सामाजिक मेल-मिलाप,शारीरिक क्षमता । चौथा भाव -गाड़ी,भूमि,मकान,माता,सुख -सुविधायें,जन्म भूमि,जनता । पंचम भाव -बुद्धि,संतान,स्मरण शक्ति,अचानक धन लाभ होना,प्रेम -प्रसंग,निर्णय लेने की
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