कर्क लग्न मे मंगल फलादेश अच्छा या बुरा !
तीसरा भाव -पराक्रम
परिणाम -बुरा दृष्टियां -4-7-8
योग -नहीं मांगलिक-नहीं
योगकारक -नहीं भाव स्वामी-बुध
राशि तत्व -पृथ्वी कारक भाव-हाँ
परिस्थिति-उपाचय स्थान
मंगल पहले भाव मे कर्क लग्न
पहला भाव-तन भाव
परिणाम -बुरा
परिस्थिति-केन्द्र भाव,नीच
दृष्टियाँ -4-7-8(अशुभ )
योग -नहीं
मांगलिक-हाँ
योगकारक -नहीं
भाव स्वामी -चंद्र
राशि तत्व -जल
मंगल 10-11-12भावों मे मिथुन लग्न
10.दसवां भाव -कर्म
परिणाम -बुरा
परिस्थिति-केन्द्र भाव
दृष्टियाँ -4-7-8(अशुभ )
योग -नहीं
मांगलिक-नहीं
योगकारक -नहीं
भाव स्वामी -गुरु
राशि तत्व -पानी
11.ग्याहरवां भाव -इच्छा
दृष्टियां – 4-7-8(अशुभ )
योग -नहीं
मांगलिक -नहीं
योगकारक -नहीं
मंगल 7-8-9भावों मे मिथुन लग्न
7.सातवां भाव -जया भाव
परिणाम -बुरा
परिस्थिति-केन्द्र भाव
दृष्टियाँ -4-7-8(अशुभ )
योग -नहीं
मांगलिक-हाँ
योगकारक -नहीं
भाव स्वामी -गुरु
राशि तत्व -अग्नि
8.अष्टम भाव -मृत्यु
दृष्टियां – 4-7-8(अशुभ )
योग -नहीं
मांगलिक
मंगल 4-5-6भावों मे मिथुन लग्न
4.चौथा भाव -माता भाव
परिणाम -बुरा
परिस्थिति-केन्द्र भाव
दृष्टियाँ -4-7-8(अशुभ )
योग -नहीं
मांगलिक-हाँ
योगकारक -नहीं
भाव स्वामी -बुध
राशि तत्व -पृथ्वी
5.पंचम भाव -संतान
दृष्टियां – 4-7-8(अशुभ )
योग -नहीं
मांगलिक -नहीं
मंगल 1-2-3भावों मे मिथुन लग्न
1.पहला भाव-तन भाव
परिणाम -बुरा
परिस्थिति-केन्द्र भाव
दृष्टियाँ -4-7-8(अशुभ )
योग -नहीं
मांगलिक-हाँ
योगकारक -नहीं
भाव स्वामी -बुध
राशि तत्व -वायु
2.दूसरा भाव -परिवार
दृष्टियां – 4-7-8(अशुभ )
योग -नहीं
मांगलिक -नहीं
योगकारक -नहीं
ग्रहों के मुताबिक खाने वाली चीज़ें –
आपकी लग्न कुंडली मे जो ग्रह अच्छे हो उससे सम्बन्धी चीज़ें खाने से और अच्छा फल देते है लेकिन किसी अच्छे ज्योतिषचार्य से अवश्य सलाह लें !
सूर्य ग्रह =सूर्य के अच्छे फल
बारहवें भाव में शनि+चंद्र विष योग बनाएंगे यहाँ दोनों ग्रह बुरा फल देंगे क्यों की लग्नेश मारक होने के कारण शनि देव विपरीत राजयोग मे नहीं आएंगे !इसलिए यहाँ दोनों ग्रह बुरा फल ही देंगे!
फल -शनि+चंद्र यहाँ बैठे
गुरु 29-3-2020 को मकर राशि पर बुरा फल नही देंगे क्यों की –
नमस्कार दोस्तों मैं एस्ट्रोलॉजर अश्वनी जैन वैदिक ज्योतिष मे आपका स्वागत करता हुँ तो प्रिय दर्शकों मेरी कोशिश है आपको गोचर को सही तरीके से कैसे
ग्यारहवें भाव मे बैठे शनि+चंद्र विष योग बनाएंगे लेकिन ध्यान देने योग्य बात यही है की यहाँ शनि देव की वजह से विष योग बनेगा और शनि देव चंद्र देव के अच्छे फल को कम करेंगे !
फल -यहाँ
राहुदेव फलादेश 7 से 12 भाव सिंह लग्न
लग्न कुंडली यानि जन्मकुंडली मे राहु और केतु देवता की कोई भी स्वराशि नहीं होती,राहु और केतु देवता मित्र राशि या उच्च हों और अच्छे भाव मे बैठे हो तो अच्छा फल
राहुदेव फलादेश 1 से 6 भाव सिंह लग्न
लग्न कुंडली यानि जन्मकुंडली मे राहु और केतु देवता की कोई भी स्वराशि नहीं होती,राहु और केतु देवता मित्र राशि या उच्च हों और अच्छे भाव मे बैठे हो तो अच्छा फल
गुरु 29-3-2020 को मकर राशि पर बुरा फल नही देंगे क्यों की –
नमस्कार दोस्तों मैं एस्ट्रोलॉजर अश्वनी जैन वैदिक ज्योतिष मे आपका स्वागत करता हुँ तो प्रिय दर्शकों मेरी कोशिश है आपको गोचर को सही तरीके से कैसे
गुरु 29-3-2020 को मकर राशि पर बुरा फल नही देंगे क्यों की –
नमस्कार दोस्तों मैं एस्ट्रोलॉजर अश्वनी जैन वैदिक ज्योतिष मे आपका स्वागत करता हुँ तो प्रिय दर्शकों मेरी कोशिश है आपको गोचर को सही तरीके से कैसे
मकर के शनि 24-1-2020 से 17-1 2023 तक रहेंगे तो इस वीडियो मे मेष लग्न की कुंडली वालों के लिए साढ़ेसाती अच्छा या बुरा प्रभाव देगी लेकिन कैसे? इस वीडियो मे बताया गया है !मेष लग्न वालों के कुम्भ राशि
विष योग मिथुन लग्न पार्ट-8
आठवें भाव मे बैठे शनि विपरीत राजयोग मे आएंगे लेकिन एक बात ध्यान देने योग्य है वो यही की कहीं शनि देव विपरीत राजयोग मे ना हो अगर शनि देव विपरीत राजयोग मे हो
सातवें भाव मे बैठे शनि चंद्र विष योग बनाएंगे लेकिन चंद्र देवता की वजह से शनि देव इस भाव मे योगकारक ग्रह है जिस वजह से विष योग का बुरा प्रभाव नही देंगे बल्कि चंद्र देवता देंगे और शनि देवता
विष योग मिथुन लग्न-6
लग्न मे बैठे शनि चंद्र छठे भाव मे विष योग बनाएंगे अवश्य लेकिन ध्यान दें की लग्नेश अगर बली हुआ तो शनि देव विपरीत राजयोग मे आएंगे तो बुरा फल नही देंगे अन्यथा विष योग