मंगल छठे भाव मे सिंह लग्न
छठा भाव-शत्रु
फल-बुरा,दृष्टी-4,7,8
योगकारक-नहीं,कारक भाव-हाँ
राशि-मकर,भाव स्वामी-शनि,
परिस्थिति-त्रिक भाव
राशि तत्व-पृथ्वी,रंग-लाल
कारकेत्व-छोटे भाई,खून, पराक्रम,पुलिस,आर्मी,सरकारी अफसर,सेनापति,क्रोध, दुर्घटना,इंजिनियर,युद्ध
मंगलीक-नहीं,रत्न-मूंगा
मंत्र-ॐ भौमाय नमः
कारकेत्व-छोटे भाई,खून, पराक्रम,पुलिस,आर्मी,सरकारी अफसर,सेनापति,क्रोध, दुर्घटना,इंजिनियर,युद्ध
मंगलीक-नहीं,रत्न-मूंगा
मंत्र-ॐ भौमाय नमः
5 जून 2020 शुक्ल पूर्णिमा शुक्रवार को चंद्र ग्रहण है !इसे *उपच्छायी* चंद्रग्रहण भी कहा जाता है !यह चंद्रग्रहण भारत समेत कई देशों रात 11 से 3 के समय दिखेगा !इस ग्रहण मे चंद्र का बिम्ब धुंधला दिखाई देगा,
मंगल बारहवें भाव कर्क लग्न
बारहवां भाव-हानि,फल-बुरा
दृष्टीयां-4,7,8 मांगलिक-हाँ
योगकारक-नहीं,भाव स्वामी-बुध
राशि तत्व-वायु,राशि-मिथुन
योग-नहीं,परिस्थिति-त्रिक स्थान
मंगल एकादश भाव कर्क लग्न
एकादश भाव-लाभ
फल-अच्छा,दृष्टियां-4-7-8 मांगलिक-नहीं,योगकारक-हाँ भाव स्वामी-शुक्र,राशि तत्व-पृथ्वी
राशि-वृष, योग-नहीं
परिस्थिति-उपाचय स्थान
मंगल दशम भाव कर्क लग्न
दशम भाव-कर्म
फल-अच्छा,दृष्टियां-4-7-8 मांगलिक-नहीं,योगकारक-हाँ भाव स्वामी-मंगल,राशि तत्व-अग्नि,राशि-मेष
परिस्थिति-केंद्र,स्वराशि
योग-रुचक पंचमहापुरुष योग
मंगल नवम भाव कर्क लग्न
नवम भाव-पिता भाव,फल-अच्छा,दृष्टीयां-4,7,8
मांगलिक-नहीं,योगकारक-हाँ
भाव स्वामी-गुरु,राशि तत्व-जल
परिस्थिति-त्रिकोण,भाव योग-नहीं
मंगल आठवां भाव कर्क लग्न
आठवां भाव -मृत्यु भाव
फल-बुरा,दृष्टियां-4-7-8 मांगलिक-हाँ, योगकारक-नहीं भाव स्वामी-शनि,राशि तत्व-वायु
परिस्थिति-त्रिक स्थान
योग-कोई नहीं
मंगल छठा भाव कर्क लग्न
छठा भाव -त्रिक,रिपु भाव
फल-बुरा दृष्टियां-4-7-8 मांगलिक-नहीं योगकारक-नहीं भाव स्वामी-गुरु राशि तत्व-अग्नि
तीसरा भाव -पराक्रम
परिणाम -बुरा दृष्टियां -4-7-8
योग -नहीं मांगलिक-नहीं
योगकारक -नहीं भाव स्वामी-बुध
राशि तत्व -पृथ्वी कारक भाव-हाँ
परिस्थिति-उपाचय स्थान
मंगल पहले भाव मे कर्क लग्न
पहला भाव-तन भाव
परिणाम -बुरा
परिस्थिति-केन्द्र भाव,नीच
दृष्टियाँ -4-7-8(अशुभ )
योग -नहीं
मांगलिक-हाँ
योगकारक -नहीं
भाव स्वामी -चंद्र
राशि तत्व -जल
मंगल 10-11-12भावों मे मिथुन लग्न
10.दसवां भाव -कर्म
परिणाम -बुरा
परिस्थिति-केन्द्र भाव
दृष्टियाँ -4-7-8(अशुभ )
योग -नहीं
मांगलिक-नहीं
योगकारक -नहीं
भाव स्वामी -गुरु
राशि तत्व -पानी
11.ग्याहरवां भाव -इच्छा
दृष्टियां – 4-7-8(अशुभ )
योग -नहीं
मांगलिक -नहीं
योगकारक -नहीं
मंगल 7-8-9भावों मे मिथुन लग्न
7.सातवां भाव -जया भाव
परिणाम -बुरा
परिस्थिति-केन्द्र भाव
दृष्टियाँ -4-7-8(अशुभ )
योग -नहीं
मांगलिक-हाँ
योगकारक -नहीं
भाव स्वामी -गुरु
राशि तत्व -अग्नि
8.अष्टम भाव -मृत्यु
दृष्टियां – 4-7-8(अशुभ )
योग -नहीं
मांगलिक
मंगल 4-5-6भावों मे मिथुन लग्न
4.चौथा भाव -माता भाव
परिणाम -बुरा
परिस्थिति-केन्द्र भाव
दृष्टियाँ -4-7-8(अशुभ )
योग -नहीं
मांगलिक-हाँ
योगकारक -नहीं
भाव स्वामी -बुध
राशि तत्व -पृथ्वी
5.पंचम भाव -संतान
दृष्टियां – 4-7-8(अशुभ )
योग -नहीं
मांगलिक -नहीं
मंगल 1-2-3भावों मे मिथुन लग्न
1.पहला भाव-तन भाव
परिणाम -बुरा
परिस्थिति-केन्द्र भाव
दृष्टियाँ -4-7-8(अशुभ )
योग -नहीं
मांगलिक-हाँ
योगकारक -नहीं
भाव स्वामी -बुध
राशि तत्व -वायु
2.दूसरा भाव -परिवार
दृष्टियां – 4-7-8(अशुभ )
योग -नहीं
मांगलिक -नहीं
योगकारक -नहीं
ग्रहों के मुताबिक खाने वाली चीज़ें –
आपकी लग्न कुंडली मे जो ग्रह अच्छे हो उससे सम्बन्धी चीज़ें खाने से और अच्छा फल देते है लेकिन किसी अच्छे ज्योतिषचार्य से अवश्य सलाह लें !
सूर्य ग्रह =सूर्य के अच्छे फल