वृष लग्न प्रथम भाव में मंगलीक भंग योग-VRISH LAGN PRATHM BHAV MEIN MANGLIK BHANG YOGA
वृष लग्न में मंगलीक भंग योग –
वृष लग्न में पहले भाव में मंगल देव हो तो मंगलीक भंग योग बनता है क्यों की पहले भाव में बैठा मंगल देवता की सातवीं दृष्टि अपने ही भाव पर पड़ती है जिस कारण मंगल देव अपने भाव को बचाते है तो शास्त्र अनुसार मंगलीक नहीं माना जाता।
नोट -ग्रह का बलाबल और डिग्री वाइज जरूर चेक कर लें ।